संसद के मानसून सत्र से प्रश्नकाल हटाए जाने को लेकर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार को घेरने की कोशिश की। ओवैसी ने कहा, ‘सरकार प्रश्नकाल और प्राइवेट मेंबर बिल खत्म करके विपक्ष और सदस्य की आवाज दबाना चाहती है। सरकार पीठ दिखाकर भाग रही है, यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
ओवैसी ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकारी बिल पास कराने के लिए मानसून सत्र थोड़ी न है। जनता का सवाल कैसे उठाएंगे? उन्होंने कहा कि ‘हम हर तरीके से सवाल पूछेंगे। जनता के मुद्दे उठाएंगे। सरकार को एक्सपोज़ करेंगे।’ ओवैसी ने बहस के बीच चिल्लाते हुए कहा, “हम अपनी असहमति दर्ज करना चाहते हैं। आप प्रश्नकाल की अनुमति नहीं देकर संसद के लोकतंत्र को नष्ट कर रहे हैं।”
इस दौरान उन्होने चीन के साथ जारी सीमा विवाद भी उठाया। उन्होंने कहा कि ‘पीएम चीन का नाम लेने से क्यों डर रहे है? कोई कुछ नहीं बोल रहा है। एम देश को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने झूठ बोला कि कोई अंदर नही आया लेकिन 1000 किलोमीटर तक अंदर चीन की फौज आ गई है। उन्होंने कहा कि ‘सरकार को चीन के मामले पर माफी मांगनी चाहिए। हम सेना के साथ खड़े हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों पर ओवैसी ने कहा, सरकार ने गलत लॉकडाउन किया और देश के हालात के लिए पीएम जिम्मेदार हैं, उन्होंने कहा था कि हम 18 दिनों में इसे खत्म कर लेंगे। ओवैसी ने कहा कि ‘सरकार अमेरिका से तुलना क्यों करती है? वहां बुजुर्गों की जनसंख्या अलग-अलग है। हालात अलग है। हमारे देश में गलत फैसलों की वजह से लोग मरे हैं।’