नई दिल्ली: 2007 में हुए हैदराबाद बम धमाकों के मामले में आए फैसले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अभी न्याय नहीं हुआ है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा,” ये हैदराबाद के लिए दुखद घटना है। बरी किए गए आरोपी के वकील सतार ने मुझे बताया कि सभी सबूत आकस्मिक थे। यहां तक की चश्मदीद गवाह भी धमाके के 1.5 साल बाद मिले। मुझे लगता है कि न्याय अभी तक नहीं हुआ है।”
It was very tragic for Hyderabad. Lawyer of Satar (acquitted) tells me that all evidence was circumstantial. Even the eye-witnesses were found 1.5 years after the blast. I feel that justice hasn't been done yet: Asaduddin Owaisi on 2 convicted in 2007 Hyderabad twin blasts case pic.twitter.com/qKLwfiKVeS
— ANI (@ANI) September 4, 2018
बता दें कि 11 साल पहले गोकुल चाट और लुंबिनी पार्क में हुए इस दोहरे बम विस्फोट मामले में एनआईए कोर्ट ने 5 आरोपियों में से दो आरोपियों को दोषी करार दिया है, जबकि दो आरोपियों को बरी कर दिया गया है। अदालत पांचवे आरोपी की सजा पर फैसला सोमवार को सुनाएगी।
अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश टी श्रीनिवास राव ने अनीक शफीक सईद और मोहम्मद अकबर इस्माइल चौधरी को दोषी करार दिया है। अदालत ने इस मामले में फारुक शार्फुद्दीन तरकश और मोहम्मद सादिक इसरार अहमद शेख को बरी कर दिया है। इस मामले में पांचवे आरोपी तारिक अंजुम की सजा पर फैसला अदालत 10 सितंबर को करेगी।