मेनका गांधी को ओवैसी की खरी-खरी, कहा – वोट कोई ‘सामंती सलामी’ नहीं

owaisi kjdb 621x414@livemint

मुसलमानों को लेकर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के विवादित बयान पर आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) सांसद ओवैसी की कड़ी प्रतिक्रिया आई है।

उन्होने कहा है कि मेनका गांधी को समझना चाहिए कि वोट कोई सामंती सलामी नहीं है और न ही वोट के आधार पर वह किसी संप्रदाय विशेष के लोगों का काम करने से मना कर सकती हैं। ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, “मैं कहता हूं कि मुसलमानों को इस देश में मुनासिब हक मिलना चाहिए, उनके साथ इंसानों जैसा व्यवहार किया जाना चाहिए तब मुझे भड़काऊ भाईजान कहा जाता है। मेनका जी कृपया समझिए कि वोट कोई सामंती सलामी नहीं है, एक सांसद धर्म के आधार पर या फिर उसने किसे वोट किया है इसके आधार पर जनता के काम को नकार नहीं सकता है।”

दरअसल, शुक्रवार को वो उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रही मेनका ने कहा, मैं जीत रही हूं. लोगों की मदद और प्यार से मैं जीत रही हूं। लेकिन अगर मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी, तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा। क्योंकि इतना मैं बता देती हूं कि दिल खट्टा हो जाता है. फिर जब मुसलमान आता है काम के लिए तो मैं सोचती हूं कि रहने दो, क्या फ़र्क पड़ता है।

आख़िर नौकरी एक सौदेबाज़ी भी तो होती है, बात सही है कि नहीं। ये नहीं कि हम सब महात्मा गांधी की छठी औलाद हैं कि हम लोग देते ही जाएंगे, देते ही जाएंगे और फिर चुनावों में मार खाते जाएंगे। सही है बात कि नहीं। आपको ये पहचानना होगा। ये जीत आपके बिना भी होगी, आपके साथ भी होगी और ये चीज़ आपको सभी जगह फैलानी होगी। जब मैं दोस्ती का हाथ लेकर आई हूं। पीलीभीत में पूछ लें, एक भी बंदे से फ़ोन से पूछ लें कि मेनका गांधी वहां कैसे थीं। अगर आपको कहीं भी लगे कि हमसे गुस्ताख़ी हुई है, तो हमें वोट मत देना।

लेकिन अगर आपको लगे कि हम खुले हाथ, खुले दिल के साथ आए हैं। आपको लगे कि कल आपको मेरी ज़रूरत पड़ेगी. ये इलेक्शन तो मैं पार कर चुकी हूं। अब आपको मेरी ज़रूरत पड़ेगी। अब आपको ज़रूरत के लिए नींव डालनी है तो यही वक़्त है। जब आपके पॉलिंग बूथ का नतीजा आएगा और उस नतीजे में सौ वोट निकलेंगे या 50 वोट निकलेंगे और उसके बाद जब आप काम के लिए आएंगे तो वही होगा मेरा साथ…”

इधर मेनका गांधी के इस बयान पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। सुल्तानपुर के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही उत्तरप्रदेश के CEO ऑफिस ने जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।

विज्ञापन