हैदराबाद: सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने के फैसले पर अब असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है कि कोर्ट सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को राहत देगा।
ओवैसी ने कहा, “सीबीआई के डायरेक्टर अालोक वर्मा को किस लिए हटाया गया है, ये मोदी बताएं। वर्मा ने तो एफआईआर किया था। मोदी ने कहा था कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा, तो फिर उन्हें हटाकर मोदी किसे बचा रहे हैं?” बताते चलें कि स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना पर FIR के दोनों को छुट्टी पर भेज दिया गया है।
ओवैसी ने कहा, “मुझे विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट सीबीआई के डायरेक्टर को रिहा कर देगी क्योंकि यह दिल्ली विशेष पुलिस अधिनियम के सेक्शन 4 का उल्लंघन है। मुझे जानना है कि सीवीसी ने किस सेक्शन के तहत उन्हें हटाया। पीएम मोदी भ्रष्टाचारियों को क्यों बचा रहे हैं सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को कम आंका जा रहा है।”
I've faith that SC would give relief to CBI director as it's violation of section 4 of Delhi Special Police Establishment Act. I want to know which section did CVC use to remove him. Why is PM protecting a corrupt officer? All democratic institutions are being undermined:A Owaisi pic.twitter.com/MSL9awl5iw
— ANI (@ANI) October 24, 2018
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्रीय जांच एजेंसी को ‘बीजेपी ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन’ बताया।ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, “सीबीआई अब बीबीआई (बीजेपी ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) बन गई है.. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।”
CBI has now become so called BBI ( BJP Bureau of Investigation ) – very unfortunate!
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 24, 2018
जानकार इस विवाद को सीबीआई के इतिहास का इस तरह का पहला मामला बता रहे हैं। एक सरकारी आदेश के मुताबिक पीएम मोदी के नेतृत्व वाली नियुक्ति समिति ने मंगलवार को निदेशक का प्रभार संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को तत्काल प्रभाव से सौंप दिया है।