संयुक्त राष्ट्र की महासभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा दिए गए भाषण को लेकर सरकार सहित विपक्ष ने भी उनकी तारीफ़ की. लेकिन सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सवाल खड़े कदियें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सुषमा स्वराज के संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में दिए भाषण की तारीफ करते हुए लिखा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को बधाई वैश्विक मुद्दों की एक प्रभावी और सटीक अभिव्यक्ति के लिए. वैश्विक मुद्दों से साफ है कि सुषमा ने आतंकवाद को लेकर जो भी यूएन में कहा ये उसीकी तारीफ है.
Congrats to EAM @SushmaSwaraj for a firm, effective & fine articulation of a wide range of global issues at #UNGA. https://t.co/9ZgwAbfPDr
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2016
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ”सुषमा जी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के दृष्टिकोण को बखूबी रखा है. उन्हें बधाई.”
Sushma ji presented India's viewpoint very well at UNGA. Congratulations to her
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 26, 2016
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि जैसे सभी विदेश मंत्रालय के भाषणों का मसौदा तैयार किया जाता है वैसे ही ये बेहद अच्छे तरीके से लिखा और गढ़ा गया भाषण था. शशि थरूर ने कहा कि सुषमा स्वराज के भाषण में हर भारतीय का संदेश था उन्होंने कहा कि सुषमा ने पूरे देश के मन की बात यूएन में कही.
I think the thrust of the message was a good one and that Indians can stand behind the message: Shashi Tharoor on EAM Sushma Swaraj
— ANI (@ANI) September 26, 2016
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि ये सब जानते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद का सपोर्ट करता है. ये पिछले 30 साल से सब जानते हैं. मनीष तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को बताएं कि वो पाकिस्तान का व्यवहार बदलने के लिए क्या करने वाले हैं. तिवारी ने कहा कि देश उनसे जवाब चाहता है.
What is unknown is what the NDA Govt is going to do to change Pakistan's behaviour,the country wants to know this from the PM: Manish Tewari pic.twitter.com/cqM1qxTZBl
— ANI (@ANI) September 26, 2016
लेकिन शिवसेना ने सवाल उठाया है कि जब हम पाकिस्तान का नाम तक लेने में संकोच कर रहे हैं तो संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने से क्या होगा. संजय राउत का बयान सुषमा के भाषण के बाद आया है जबकि सुषमा ने पाकिस्तान का नाम लिया था. पीएम मोदी ने जरूर कोझिकोड और रेडियो पर मन की बात में पाकिस्तान का नाम लेने से परहेज किया था.