उत्तरप्रदेश की सत्ता संभाल रही समाजवादी पार्टी ने नोटबंदी के कारण पैदा हुई परेशानी के कारण राज्य में 28 लोगों आत्महत्या करने का दावा किया हैं.
राज्य में पार्टी के प्रदेशअध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘नकदी न होने से प्रदेश में 28 लोग आत्महत्या कर चुके हैं. यह बहुत दुखद है. प्रधानमंत्री को आम जनता और किसानों के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने आगे कहा, प्रचलित नोटों के बंद होने से पूरे देश में अनिश्चितता का माहौल बन गया है.
नगदी न होने पर प्रदेश में 28 लोग आत्म हत्या कर चुके हैं। यह बहुत दुखद घटना है। प्रधानमंत्री को आम जनता और किसानों के बारे में सोचना चाहिए।
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) November 16, 2016
प्रचलित नोटों के बंद होने से पूरे देश में अनिश्चितता का माहौल बन गया है।
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) November 16, 2016
इसके अलावा उन्होंने राज्य की जनता को भरोसा देते हुए कहा कि ‘‘समाजवादी पार्टी प्रदेश की जनता से अपील करती है कि निराश न हों. संकट की इस घड़ी में पूरी पार्टी प्रदेशवासियों के साथ खड़ी है.’’ यादव ने कहा, ‘‘रोजमर्रा की जिंदगी में छोटा-मोटा काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. इन गरीब मजदूरों के पास न तो बैंक खाता होता है और न ही एटीएम कार्ड. इनका जीवन पूरी तरह से नकदी पर ही आधारित होता है. इनके सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है. साथ ही इनका भविष्य भी अंधकारमय हो गया है. केन्द्र सरकार ने अचानक करेंसी बंद करने का फैसला तो ले लिया लेकिन गरीब मजदूरों के बारे में कुछ नहीं सोचा.’’
उन्होंने आगे कहा, बाजार में नगदी की कमी से सब्जी, फल आदि बेचने वाले और सड़क किनारे रेहड़ी पटरी लगाकर अन्य सामान बेचकर अपनी आजीविका चलाने वाले लोगों के सामने भी जीवन यापन की समस्या पैदा हो गयी है। किसान की फल सब्जी की जो फसल तैयार है वह सड़ रही है। किसान को होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं हो पायेगी।