नोटबंदी द्वारा राष्ट्रीय मुद्दों से ध्यान हटाने में हुई सरकार कामयाब, लोगों को बैंक की लाइनों में ला खड़ा कर दिया

udhav

केंद्र और महाराष्ट्र की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी की अहम् सहयोगी शिवसेना ने नोटबंदी के मुद्दें पर मोदी सरकार का साथ छोड़ते हुए अपने तेवर तीखे कर लिए हैं. अपने मुखपत्र सामना में लिखे संपादकीय में केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि आखिर मोदी सरकार नोटबंदी के जरिए महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों से ध्यान हटाने में कामयाब हो गई.

शिवसेना ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आम लोगों को आजीवन कारावास क्यों नहीं दे दिया जाता? सरकार ने दूसरों के खाते में पैसा डालने की सजा 7 साल बना दी है हम तो कहते हैं इसे आजीवन कारावास ही कर दो. सवाल है कि उसके लिए सिर्फ आम लोगों को बलि का बकरा क्यों बनाते हो ?

सम्पादकीय में कहा गया कि देश भर में भय का माहौल है. अब सरकार तय करेगी की लोग कैसे जियेंगे. और उसके खिलाफ आवाज उठाने वाले सरकारी पक्ष की नज़र में देशद्रोही कहलायेंगे. शिवसेना ने सवाल उठाते हुए पूछा कि राजनीति में पैसों का सैलाब लाने वाले बड़े लोगों को कभी 7 दिन की भी सजा हुई क्या ? इनमे से एक भी बड़ी मछली कतार में दिखी क्या ? इसका मतलब ये है कि असली कालाधन अभी निकला ही नहीं है. और यह सच मोदी मित्रों को स्वीकार करना ही पड़ा.

सामना में आगे कहा गया कि इन सबके बावजूद आखिर सरकार का एक फायदा जरूर हुआ है. भूख प्यास, मॅहगाई, बेरोजगारी, कश्मीर विवाद, आतंकवाद भूलकर लोग बैंक की लाइन में खड़े हैं. महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों से ध्यान हटाने में सरकार कामयाब हो गयी.

विज्ञापन