जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में शांति को लेकर पाकिस्तान के साथ पर ज़ोर दिया। अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान को शामिल किए बगैर जम्मू-कश्मीर में शांति संभव नहीं।
लोकसभा में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘मेरी बात आपको भले ही पंसद न हो लेकिन जम्मू-कश्मीर में तब तक शांति नहीं होगी जब तक हम पाकिस्तान के साथ समझौता नहीं करेंगे।’
फारूक ने कहा कि परमाणु बम बनाने वाला देश उत्तर कोरिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ शांति समझौता किया। शांति स्थापित करने के लिए ट्रंप और पुतिन एक दूसरे से मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी उम्मीद थी कि वह अटल बिहारी वाजपेयी जो नहीं कर पाए वह मोदी कर पाएंगे और पाकिस्तान से शांति समझौता करेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं परंतु हमें अभी भी उम्मीद है।
o
उन्होने कहा, मैं किसानों, दलितों की बात नहीं करूंगा। मैं सिर्फ कश्मीर की बात करूंगा। कहा गया कि नोटबंदी में पत्थरबाजी रुक जाएगी लेकिन क्या ऐसा हुआ। इसके बारे में गृहमंत्री भलीभांति जानते हैं। वहां अब पत्थर ही नहीं बल्कि बंदूकें और ग्रेनेड भी आ गये हैं। आज हालात यह है कि हम सो नहीं सकते। हमारे युवाओं को डर लग रहा है।