नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष ग़ुलाम नबी आज़ाद द्वारा हाल ही में पार्टी के हिन्दू प्रत्याशियों द्वारा नहीं बुलाये जाने वाले बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM)के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत के मुस्लिमों को अब कांग्रेस को वोट नहीं करना चाहिए।
ओवैसी ने इस घटना को लेकर कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा दिख गया है. ओवैसी ने कहा, ‘यह उनकी पार्टी के विचार को दर्शाता है। साफ़ है कि कांग्रेस के अंदर रहते हुए आज़ाद कितना निराश और ख़ुद को मजबूर महसूस करते हैं। इसलिए भारत के मुस्लिमों को अब कांग्रेस को वोट नहीं करना चाहिए।’
It's a reflection of his party's ethos. It's a clear message on how he feels frustrated&is irrelevant in his party. It's a clear message to Indian Muslims that we shouldn't vote for Congress:A Owaisi on GN Azad's statement 'Hindu brothers don't invite him for campaigning anymore' pic.twitter.com/dAPutwJNru
— ANI (@ANI) October 18, 2018
बता दें, बुधवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान आज़ाद ने कहा था कि अब उन्हें हिंदू भाई प्रचार के लिए नहीं बुलाते हैं। ग़ुलाम नबी ने कहा कि वक्त बदल रहा है. लोग बंट रहे हैं, परिवार आपस में बंट रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘अब कांग्रेस के हिंदू उम्मीदवार मुझे चुनाव में प्रचार के लिए नहीं बुलाते क्योंकि उन्हें वोट कटने का डर होता है।’
आजाद ने कहा, ‘युवा कांग्रेस के दिनों से ही मैं अंडमान से लेकर लक्षद्वीप तक चुनाव प्रचार करता आया हूं और चुनाव-प्रचार के लिए मुझे बुलाने वाले 95 प्रतिशत हिंदू होते थे। मुझे चुनाव प्रचार के लिए बुलाने वाले मुस्लिम नेताओं एवं भाइयों की संख्या महज पांच प्रतिशत हुआ करती थी।’
BJP condemns comment made by Ghulam Nabi Azad, ‘it’s an attempt to demean Hindus’, says Dr. @sambitswaraj, National Spokesperson, BJP #CongDoubtsHindus pic.twitter.com/yXejWSkna9
— TIMES NOW (@TimesNow) October 18, 2018
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘लेकिन पिछले चार सालों में मैंने देखा है कि यह 95 प्रतिशत की संख्या कम होकर 50 प्रतिशत हो गई है। इसका मतलब है कि कहीं न कहीं कुछ गलत है। आज लोग मुझे बुलाने से डरते हैं। लोग सोचते हैं कि इसका वोटर पर क्या असर होगा।’ उन्होंने कहा कि एक खास पार्टी के कुछ लोगों की तरफ से विश्वविद्यालय का नाम खराब करने की कोशिश की जा रही है।