कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार द्वारा अपना पहला बजट पेश किए जाने के साथ ही काँग्रेस मे विरोध के सुर उठ रहे है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक आर.रोशन बेग ने आरोप लगाया कि सरकार बनने के बाद से कांग्रेस मुसलमानों को लगातार दरकिनार कर रही है।
उन्होंने कॉंग्रेस पर मुस्लिमों के साथ के विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि कांग्रेस का यही रवैया रहा तो मुस्लिम विधायक भाजपा में जाने पर मजबूर हो सकते हैं। उन्होने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि इस बार के विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यकों के वोटों से ही कांग्रेस ८० सीटें जितने में सफल हुई।
बेग ने कहा कि गठबंधन सरकार की समन्वयन समिति या पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद एम.वीरप्पा मोइली के नेतृत्व वाली ड्राफ्ट समिति में मुस्लिम प्रतनिधि को शामिल नहीं किया गया। उन्होने कहा, अगर कांग्रेस ने मुसलमानों को नजरअंदाज किया तो अगले लोकसभा चुनाव में इसका गहरा असर पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि बजट तैयारी से पहले मुख्यमंत्री एच. डी.कुमारस्वामी या उप मुख्यमंत्री डॉ.जी.परमश्वर ने अल्पसंख्यकों के जनप्रतिनिधियों या धार्मिक नेताओं से चर्चा करना भी उचित नही समझा।
बता दें इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एच के पाटिल ने बजट पर नाखुशी जताई है।उन्होंने मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी को पत्र लिखकर अल्पसंख्यक समुदाय और राज्य के उत्तरी क्षेत्र के लिए कार्यक्रमों की मांग की। पाटिल ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस-जेडीएस समन्वय समिति के अध्यक्ष एस सिद्दारमैया को भी पत्र लिखकर समिति की आपात बैठक बुलाने की मांग की।