उत्तर प्रदेश के मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन करे जाने को लेकर योगी केबिनेट मे मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने सवाल खड़े कर दिये। उन्होने पूछा कि क्या नाम बदलने से ट्रेनें समय पर आने लगेंगी ?
उन्होंने कहा कि सिर्फ नाम बदलने से विकास नहीं होगा, बल्कि काम करने से होगा। रेलवे स्टेशन का नाम बदल देने से ट्रेनों का विलंब से चलना बंद नहीं हो जाएगा। राजभर ने कहा कि बसपा सरकार ने भी भदोही का नाम बदलकर संत रविदास नगर किया था, लेकिन लोग आज भी उसे भदोही के ही नाम से जानते हैं।
बता दें कि रविवार को एक भव्य कार्यक्रम के जरिए मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर मुगलसराय रेलवे स्टेशन कर दिया गया, इस कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीयूष गोयल शामिल हए थे।
इस दौरान उन्होने अति पिछड़ों को आरक्षण देने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन लागू होने के 28 साल बाद भी राजभर, बिंद, केवट, पाल, प्रजापति, चौहान, कुशवाहा जाति के बच्चे सिपाही, दरोगा, बाबू या चपरासी नहीं बन पा रहे हैं।
आबादी में 54 फीसदी हिस्सेदारी पिछड़ी जाति की है, लेकिन उन्हें 27 फीसदी आरक्षण दिया जा है, वह भी उसका लाभ अति पिछड़ों को नहीं मिल रहा है, क्योंकि इस आरक्षण को पिछड़ों, अति पिछड़ों व सर्वाधिक पिछड़ों में नहीं बांटा गया है। राजभर ने कहा कि सभी जातियों को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए।
बता दे कि इससे पहले वे उत्तर प्रदेश के बंटवारे की भी बात कर चुके है। उनका कहना है कि बंटवारे के बिना पूर्वाञ्चल का विकास नहीं होगा।