आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और लोकसभा से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नोटबंदी को लेकर आलोचना करते हुए कहा कि नोटबंदी का फैसला देश के लिए केंद्र सरकार की एक विफलता साबित होगी.
ओवैसी ने प्रधानमन्त्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वे खुद को सुलतान समझते हैं और बाकि दूसरों को गुलाम. उन्होंने कहा कि इस मुद्दें पर मतदान के साथ चर्चा की जरुरुत हैं. लेकिन पीएम मोदी ऐसा नहीं करेगे क्योंकि वे असहमति की आवाज ही नहीं सुनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा उसके खिलाफ उठने वाली आवाज को बर्दाश्त ही नहीं कर सकती.
ओवैसी ने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल अपने शासन को दिल्ली में ‘सल्तनत’ के रूप में मानता है. उन्होंने इस सत्तारूढ़ सरकार का घमंड बताया हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार लोगों की कमाई को कैसे रोक सकती हैं ?
इसके साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा सिनेमाघरों में राष्ट्रगान अनिवार्य पर, कहा कि उनकी पार्टी सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों को स्वीकार करती है, लेकिन यह भी मानतीना है कि इस तरह के आदेश से देशभक्ति या राष्ट्रवाद को कोई बढ़ावा नहीं होगा.