नई दिल्ली | शीर्षक पढ़ते ही शायद आपको अंदाजा हो गया हो की यह शब्द किसने कहे होंगे? लेकिन यह सच है की की मोदी जी के बार में यह पूरा प्रचार किया जा रहा है की वो पहले चाय बेचते थे. सरकारी विज्ञापनों के बाद वो निजी कम्पनीयो के विज्ञापन में भी दिखने लगे. प्रधानमंत्री के इस कदम की विपक्ष ने खूब आलोचना की. अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए सरकार ने बताया की निजी कम्पनीय ने मोदी की तस्वीर इस्तेमाल करने से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय की इजाजत नही ली थी.
सरकार ने लोकसभा में बयान दिया की मुकेश अम्बानी की कंपनी जियो ने बिना इजाजत लिए मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल अपने विज्ञापन में किया है. जिसके लिए जियो पर 500 रूपए का जुर्माना भी लगाया गया है. सरकार के इसी बयान पर चुटकी लेते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट किया था की आज तक , हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री इतने सस्ते में नही बिका.
आज किसी ने कहा- “मोदी जी पहले चाय बेचते थे, फिर रिलायंस jio बेचने लगे, फिर PayTM बेचने लगे, अब देश बेच रहे हैं”
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 9, 2016
दरअसल मोदी की तस्वीर पहले जियो ने अपने विज्ञापन में इस्तेमाल की , इसके बाद पेटीएम् ने. नोट बंदी के अगले ही दिन पेटीएम् ने देश के सभी अखबारों में मोदी की तस्वीर के साथ लिखा था की अगर है कैश की किल्लत तो पेटीएम् करो. यही कारण है की केजरीवाल बार बार मोदी पर निजी कंपनियों के साथ डील करने का आरोप लगाते रहते है. केजरीवाल ने इसी सिलसिले में नया ट्वीट कर मोदी पर देश बेचने का आरोप लगाया.
केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा की कोई कह रहा था की मोदी जी पहले चाय बेचते थे, फिर जियो और पेटीएम् बेचने लगे और अब देश बेच रहे है. यही नही आम आदमी पार्टी ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए मोदी सरकार पर आरोप लगाया की सरकार ने नयी करेंसी के कागज की सप्लाई के लिए उसी कंपनी को आर्डर दिया है जो आतंकवादियों और पाकिस्तान को करेंसी कागज़ देने के आरोप में ब्लैक लिस्टेड हो चुकी है. आप का इशारा डेलारू कंपनी की और था.