बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव में विपक्ष की एकता यानि महागठबंधन को झटका देते हुए साफ कर दिया कि बसपा सिर्फ सम्मानजनक संख्या में सीटें मिलने पर ही किसी दल के साथ गठबंधन करेगी, वरना अकेले ही चुनाव लड़ेगी।
मायावती ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “लोकसभा चुनाव और उससे पहले कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में विपक्षी दलों की यह कोशिश होगी कि भाजपा को किसी भी कीमत पर सत्ता में आने से रोका जाए। इसके लिये गठबंधन करके चुनाव लड़ने की बात भी हो रही है।”
उन्होंने कहा “हमारी पार्टी गठबंधन के खिलाफ नहीं है, लेकिन इस बारे में पार्टी का शुरू से ही स्पष्ट रूख है। पार्टी किसी भी दल के साथ तभी कोई गठबंधन करेगी जब उसे सम्मानजनक सीटें मिलेंगी वरना हमारी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ना बेहतर समझती है।”
दूसरी और उन्होने दलितों के हित में काम करने का दावा करने वाले संगठन भीम आर्मी को को धंधा चलाने वाला संगठन बताया है। मायावती ने कहा कि समाज में ऐसे बहुत से संगठन बनते चले आ रहे हैं जो अपना धंधा चलाते हैं। उन्होंने कहा कि सहारनपुर हिसा में आरोपी चंद्रशेखर मुझसे रिश्ता दिखा रहा है जबकि मेरा सिर्फ गरीबों से रिश्ता है। ऐसे किसी व्यक्ति से मेरा रिश्ता नही है जो समाज में हिंसा को बढ़ाने का काम करते हैं। राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोग मुझसे रिश्ता दिखा रहे हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि लोग राजनीतिक फायदा लेने के लिए मुझसे रिश्ता जोड़ना चाहते हैं और मुझे बुआ कहते हैं। मायावती ने किसी नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ लेने के लिए अपना नाम मुझसे जोड़ते हुए मुझे बुआ कहते हैं। ऐसा ही सहारनपुर जातीय हिंसा मामले में आरोपी (भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’) ने भी किया, मेरा उनसे कोई लेना-देना नहीं है। यह भाजपा का गेम प्लान है।