बाबरी मस्जिद की जमीन को राम मंदिर निर्माण के लिए देने की वकालत करने वाले मौलाना मौलाना सलमान हुसैनी नदवी को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) पहले भी बाहर के रास्ता दिखा चूका है.
इस मामले में अब आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने नदवी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारों पर काम करने के आरोप लगाया.
ओवैसी ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर सलमान हुसैन नदवी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं. ओवैसी ने नदवी का नाम लिए बिना कहा, “कुछ लोग मोदी के इशारों पर नाच रहे हैं.”
ओवैसी ने कहा, ‘‘वह (नदवी) कह रहे हैं कि उनके प्रस्ताव से देश में शांति और एकता सुनिश्चित होगी. क्या हम अरब में एकता के नाम पर मस्जिद-ए-अक्सा (ज्जरूसलम में अल-अक्सा मस्जिद) को भी छोड़ दें.’’
ओवैसी ने कहा कि नदवी उन मौलवियों में से हैं, जिन्होंने 2001 में उस फतवे पर दस्तखत किए थे, जिसमें कहा गया था कि मस्जिद को क़यामत तक के लिए मस्जिद ही रहने देना चाहिए और मुसलमान बाबरी मस्जिद की जमीन नहीं छोड़ सकते.