प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नोट बंदी को लेकर लिए गये फैसले पर पटिप्पणी करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि ‘हम काले धन के विरुद्ध हैं पर आपके कृत्य में दूरदर्शिता और क्रियान्वयन का पूर्ण अभाव दिख रहा है। आम आदमी की सहूलियत का ख्याल रखना चाहिए।’
उन्होंने आगे कहा, मोदी जी, देश को भरोसा दिजीए कि जनता को 2 माह पूर्ण असुविधा देने और काले धन की उगाही के बाद सबके खाते में 15 लाख रु आयेंगे। उन्होंने पीएम पर हमला करते हुए कहा, अगर ये सब करने के बाद भी लोगों को 15लाख नही मिले तो इसका मतलब होगा कि यह “फर्जिकल स्ट्राइक” था। और इसके साथ ही आम जनता का “फेक-एनकाउंटर” भी।
उन्होंने आगे ट्वीट कर पूछा, क्या सरकार 50 दिन के बाद आंकड़ा सावर्जनिक करेगी कि खातों में पैसे होने के बावजूद कितने लोग खाने व ईलाज के अभाव और सदमे में मारे गए। मोदी बताये कि अगर करप्शन और काला धन समाप्त करना चाहते है तो 2000₹ का नोट क्यों बनाया? आपकी इस मंशा पर देश को शंका है। क्या मोदी बताएँगे की लोगों के लंबी लाइनों में खड़े रहने की वजह से देश को कितने अरबों Man hours एवं प्रोडक्शन का नुकसान हुआ? मोदीजी बताये कितने पूंजीपतियों का कितना लाख करोड़ बैंकों पर बकाया है और उसकी उगाही के लिए सरकार क्या कठोर कदम उठा रही है?देश जानना चाहता है.
लालू ने तंज कसते हुए आगे कहा, बैंकों का लाखों-करोड़ों रुपये डकारने वाले ‘डिफॉल्टर्स’ पर क्या कार्रवाई कर रहे हैं? लालू ने अपने खास अंदाज में एक ट्वीट में लिखा, “डिफॉल्टर पूंजीपति पांच सितारों में, आम आदमी कतारों में, आप विदेशी नजारों में. और ऊपर से कह रहे हो जो कतारों में है वो चोर-नाकारे हैं.” लालू ने आगे कहा, “नाटकीय भाषणों से आम जनता को न सांत्वना मिलेगी और न दुखों का अंत होगा. स्थिति विस्फोटक हो रही है. लोग परेशान हैं और आप भाषण पर भाषण फेंके जा रहे हैं.”
आम आदमी को परेशान करने से पहले ये बताओ बैंकों का लाखो करोड़ डकारने वाले "डिफॉल्टर्स" पर क्या कार्रवाई कर रहे है?ये उनको बचाने का नाटक तो नही
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2016
इस 'अभाव के कुँए' में देश को धकेलते समय आपने कहा कि कुछ दिन की बात है,फिर जेटली जी 15 दिन बोल गए और अब 50 दिन? निम्न वर्ग जूझ रहा है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2016
डिफॉल्टर पूंजीपति पाँच सितारों में
आम आदमी कतारों में
आप विदेशी नजारों में।।और ऊपर से कह रहे हो जो कतारों में है वो चोर-नाकारें है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2016
नाटकीय भाषणों से आमजनता को ना सांत्वना मिलेगी और ना दुःखों का अंत होगा।स्थिति विस्फोटक हो रही है।लोग परेशान है और आप भाषण पर भाषण पेल रहे है
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2016
मोदीजी आप 50 दिनों की "सीमित असुविधा" की बात कर रहे हैं, तो क्या समझा जाए कि आपके वादानुसार 50 दिनों बाद सबके खातों में 15-15 लाख आ जाएँगे?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2016