राजस्थान में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बड़ा फेरबदल देखने को मिल रहा है. जो राजनीतिक समीकरणों को बदल सकते है.
दरअसल, एनपीपी प्रमुख किरोड़ी लाल मीणा की करीब 10 साल बाद रविवार को फिर से वापसी करते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है. मीणा की वापसी पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी सहित कई मंत्री शामिल हुए.
बता दें कि किरोड़ीलाल मीणा के राजनीतिक रिश्ते सीएम वसुंधरा राजे के साथ अच्छे नहीं रहे हैं. साल 2008 में दोनों के बीच रिश्तों में आई खटास के बाद किरोड़ीलाल मीणा ने वसुंधरा सरकार से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद साल 2013 में उन्होंने पूर्व लोकसभा स्पीकर पी ए संगमा की पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी ज्वाइन कर ली थी.
मीणा दौसा के लालसोत सीट से नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के विधायक हैं. उनकी पत्नी गोलमा देवी समेत एनपीपी के चुल चार विधायक हैं. उन्होंने अब अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया है. हालांकि, चार में से तीन विधायक ही बीजेपी में शामिल हुए हैं. चौथे विधायक नवीन पिलानिया ने बीजेपी में जाने से इनकार कर दिया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने मीणा के पार्टी में पुनर्वापसी पर कहा कि विचारधारा में विचारधारा शामिल हो रही है. पार्टी का विस्तार करना है. इसलिए सबको गले लगाना चाहते हैं. परनामी ने आगे कहा कि पार्टी के द्वार सभी के लिए खुले हुए हैं. पुराने साथी आ सकते हैं. अभी तो किरोड़ी लाल मीणा पार्टी में शामिल हो रहे हैं.