बाढ़ से तबाह केरल के पुननिर्माण के लिए राज्य सरकार के निधि जुटाने का अभियान शुरू कर दिया है। इसी बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की आर्थिक मदद की पेशकश को लेकर आशान्वित हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियानों में सहयोग देने वाले आईएएस अधिकारियों को सम्मानित करने के लिए तिरुवनंतपुरम में आयोजित कार्यक्रम में विजयन ने कहा कि कई देश केरल की मदद के लिए आगे आए। विजयन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि केंद्र सरकार का यह रवैया अब भी पहले जैसा रहेगा।
बता दें कि बाढ़ प्रभावित केरल को यूएई की ओर से 700 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद की कथित पेशकश की गई थी। जिसे केंद्र से ठुकरा दिया था। केंद्र ने UPA शासन के दौरान बनी नीति का हवाला देते हुए कहा था कि विदेशों से किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं ली जाएगी।
सीएम ने बताया कि राज्य सरकार ने बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे के अलावा स्थिति काबू में लाने के लिए एक विशेष पैकेज की भी मांग की है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि नुकसान की पूर्ण क्षतिपूर्ति करने को लेकर केंद्र की कुछ सीमाएं भी हैं। इसलिए राज्य को पुनर्निर्माण के लिए धन की कमी से उबरने के लिए संसाधन भी तलाश करने होंगे।
ध्यान रहे राज्य में सदी की सबसे प्रलयकारी बाढ़ में 483 लोगों की मौत हो गई है और संपत्ति का अनुमानित नुकसान 37,000 हजार करोड़ रुपये है जो राज्य की वार्षिक व्यय के बराबर है। इस दौरान राज्य के 14.5 लाख लोग 3,000 से ज्यादा राहत शिविरों में थे।