कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार की कश्मीर नीति को चरमपंथी नीति करार देते हुए कहा कि घाटी के लोग दो चरम स्थितियों बीच फंसे हुए हैं.
चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘कश्मीर घाटी के लोग दो चरम परिस्थितियों के बीच फंसे हुए हैं. केंद्र सरकार ने एक चरम रुख अपनाया हुआ है, जिससे समस्या और बिगड़ गई है, वैसे ही जैसे आतंकवादियों का रुख चरम है, जिसे खारिज करने की जरूरत है.‘
4/5 (continued) the Central government has taken a maximalist position that has aggravated the problem.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 16, 2017
उन्होंने कहा है, ‘इसका नतीजा जम्मू एवं कश्मीर के लोगों और राज्य के भविष्य को भुगतना पड़ रहा है.‘ चिदंबरम ने अगले ट्वीट में कहा, ‘मैंने पहले भी कई मौकों पर चेतावनी दी थी कि कश्मीर मुद्दा या समस्या (इसे जो भी नाम दिया जाए) एक नासूर बन चुका है.
2/5 The people of the Kashmir Valley are caught between the two maximalist positions.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 16, 2017
1/5 On many occasions in the past I had cautioned that the Kashmir issue or problem (or by whatever name it is called) was a festering wound
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 16, 2017
कांग्रेस नेता का यह बयान जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के उस बयान के बाद आया है कि घाटी के मौजूदा संकट के लिए कानून व्यवस्था नहीं, बल्कि बाहरी तत्व जिम्मेदार हैं. महबूबा ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर की स्थिति के लिए बाहरी तत्व जिम्मेदार हैं, हमारे पड़ोसी देशों की भी संलिप्तता है.