मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई कांग्रेस के एमपी कमलनाथ नेआज मुख्यमंत्री के तौर पर पद की शपथ ली। कमलनाथ मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान भी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
मुख्यमंत्री की कमान संभालते ही कमलनाथ ने सबसे पहले अपने वादे को पूरा करते हुए किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत किए। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने वचन पत्र में जनता से जो वादे किए थे, उनमें से सबसे अहम वादा किसानों की कर्जमाफी का ही था।
And Delivery of Promises by Congress President @RahulGandhi Begins !!! #MadhyaPradesh CM #Kamalnath waives of Farmers loans up to Rs 2 lakhs… pic.twitter.com/dKpLsRwYmH
— Supriya Bhardwaj (@Supriya23bh) December 17, 2018
कमलनाथ सरकार ने राज्य के किसानों का 2 लाख रुपये कर्ज माफ करने का आदेश दे दिया है। ध्यान रहे कुर्सी गंवाने के बाद शिवराज सिंह ने भी कहा था कि वो उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस की सरकार आते ही 10 दिनों के भीतर किसानों की कर्जमाफी की जाएगी।
#WATCH Madhya Pradesh: Former CM Shivraj Singh Chouhan, Jyotiraditya Scindia and Kamal Nath at Nath's swearing-in ceremony in Bhopal. pic.twitter.com/KrTz5RB5JT
— ANI (@ANI) December 17, 2018
इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद रहे। 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 114 सीटें मिली थीं। वहीं बीएसपी की अध्यक्ष मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया।