जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 35-ए व 370 यदि खत्म हुए तो भारत के साथ राज्य के रिश्ते खत्म हो जाएंगे। चाहे कुछ भी हो जाए अनुच्छेद 35-ए या 370 को नहीं हटाने दिया जाएगा।
उन्होने कहा कि 35-ए व धारा 370 के मुद्दे पर भाजपा से चल रही हमारी गठबंधन की सरकार के टूटने की नौबत दो-तीन बार आई थी। राज्य के विकास को देख हमने गठबंधन जारी रखने का प्रयास किया, लेकिन भाजपा ने नाता तोड़ लिया। इससे राज्य के लोगों का नुकसान हुआ है।
राजौरी में पीएम मोदी से अपील करते हुए महबूबा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के रास्ते पर चलते हुए वर्तमान सरकार को एक बार फिर पाकिस्तान के साथ वार्ता शुरू करनी चाहिए। महबूबा ने कहा कि पीएम मोदी को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहिए और अटलजी के वक्त में छूटी बातचीत को अब फिर उसी स्थान से पूरा किया जाना चाहिए।
I appeal to our Prime Minister to hold dialogue with new Pakistan Prime Minister Imran Khan and resume talks from where Vajpayee Ji had left, so that violence in the valley can come to an end: Former #JammuAndKashmir CM Mehbooba Mufti in Rajouri pic.twitter.com/LOB1I5LFBg
— ANI (@ANI) September 4, 2018
महबूबा ने कहा कि जब तक हमारा देश व पाकिस्तान इकट्ठे नहीं होते तब तक राज्य से गरीबी व मुफलिसी नहीं जाएगी। दोनों देश अपना बहुत पैसा बंदूकें, हथियार, गोला बारूद खरीदने में लगा रहे हैं, यदि वही पैसा अस्पतालों में खर्च हो, गरीब बच्चों की पढ़ाई पर लगे तो यहां के बच्चों का भविष्य संवर जाए।
महबूबा ने कहा कि हमारे अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं। स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं। जो हाल पाकिस्तान में है वैसा ही हाल जम्मू कश्मीर में है। उन्होने कहा, पीडीपी का एजेंडा और मुफ्ती सईद का एजेंडा रास्ते खोलो, नौशेरा के जंगल खोलो, इस कश्मीर को उस कश्मीर के साथ मिलाओ। रास्तों के माध्यम से बातचीत करो, पाकिस्तान से भी और कश्मीर की जनता से भी, इसके बगैर कोई चारा नहीं है। पीडीपी का यही एजेंडा जम्मू कश्मीर का आज है और जम्मू कश्मीर का कल है।