दिल्ली: निजामुद्दीन मरकज मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्होने खुद 23 मार्च को निजामुद्दीन मरकज में लोगों के फंसे होने की जानकारी पुलिस को दी थी लेकिन इनको भेजने का कोई व्यवस्था नहीं की गई।
अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट किया, ‘’ 23 मार्च को रात 12 बजे मैंने DCP South East और ACP Nizamuddin को बता दिया था कि निज़ामुद्दीन मरकज़ में 1000 के आस पास लोग फंसे हुए हैं, फिर पुलिस ने इनको भेजने का इंतज़ाम क्यों नहीं किया।’’
23 मार्च को रात 12 बजे मैंने DCP South East और ACP Nizamuddin को बता दिया था कि निज़ामुद्दीन मरकज़ में 1000 के आस पास लोग फसे हुए हैं, फिर पुलिस ने इनको भेजने का इंतज़ाम क्यों नही किया।
— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) March 31, 2020
बता दें निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के मरकज से अब तक 441 लोगों को क्वारंटीन किया गया है और मस्जिद इलाके को पूरी तरह सील कर दिया या है। इसके अलावा क्राइम ब्रांच ने मौलाना शाद समेत निजामुद्दीन मरकज में जमात के आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 269, 270, 271 और 120- बी के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को कहा- 21 मार्च तक हजरत निजामुद्दीन मरकज में 1 हजार 746 लोग ठहरे हुए थे। इनमें 216 विदेशी और 1530 भारतीय थे। मरकज के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में 824 विदेशी 21 मार्च तक तब्लीगी गतिविधियों में शामिल थे। राज्यों की पुलिस को देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद 824 विदेशियों की जानकारी दी गई थी, ताकि सभी की मेडिकल स्क्रीनिंग और क्वारैंटाइन के इंतजाम किए जा सकें।