हरियाणा के मतदाताओं ने बीजेपी को सबसे बड़ा दल बनाने के बावजूद त्रिशंकु विधानसभा का जनादेश दिया। वहीं 10 सीटों पर जीत हासिल कर किंगमेकर की भूमिका में आए दुष्यंत चौटाला ने भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देने से इंकार कर दिया। बता दें कि भाजपा को 40 सीटों पर जीत मिली है, लेकिन बहुमत पाने के लिए अभी उसे 6 और सीटों की दरकार है। ऐसे में हरियाणा में नई खट्टर सरकार बनाने का दारोमदार अब निर्दलीय नेताओं पर आ गया है।
गुरुवार देर रात हरियाणा के पांच निर्दलीय विधायकों की बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा बीजेपी के प्रभारी और महासचिव अनिल जैन से मुलाकात की खबर है। इनमें सिरसा से गोपाल कांडा, रानिया विधानसभा सीट से रणजीत चौटाला, बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद, पृथला विधानसभा सीट से नयनपाल रावत, दादरी से सोपबीर सांगवान और महम से बलराज कुंडू का नाम शामिल है। इन 6 में से तीन विधायक बलराज कुंडू,नयनपाल रावत,सोमबीर सांगवान पूर्व में बीजेपी के ही सदस्य थे। लेकिन विधानसभा चुनावों से पहले टिकट न मिलने पर बीजेपी छोड़ दी थी।
द इंडियन एक्सप्रेस को भाजपा सूत्रों ने बताया है कि शुक्रवार शाम में ही हरियाणा में शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ‘जैसे ही भाजपा सरकार सत्ता में आएगी, वैसे ही जनता से जुड़े कामों को तेजी से पूरा किया जाएगा।’ जानकारी के अनुसार दो विधायकों को BJP की एक सांसद गुरुवार को दिल्ली ले आईं. निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा और रणजीत सिंह को सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल एक चार्टर्ड विमान से दिल्ली ले आईं।
बताया जा रहा है कि समर्थन का दावा करने वाले विधायक सीधे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के संपर्क में हैं। फिलहाल पार्टी के संसदीय बोर्ड ने भी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को महाराष्ट्र और हरियाणा में सरकार गठन पर फैसला लेने के लिए अधिकृत किया है। फिलहाल ये फैसला हुआ है कि इन दोनों राज्य के सीएम नहीं बदले जाएंगे।