आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्द्दीन ओवैसी ने गुलबर्ग सोसाइटी नरसंहार पर आये विशेष अदालत के निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 24 में से किसी भी आरोपी को फांसी की सजा नहीं हुई हैं.
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गुलबर्ग सोसाइटी में 69 लोग मारे गए थे. 24 आरोपियों में से किसी को फांसी की सजा नहीं. एहसान जाफरी के इंसाफ के लिए हत्यारों को फांसी की सजा हेतु और क़ानूनी लड़ाई लड़ने की ज़रूरत है.
69 people killed Gulberg society & none of 24 accused get Capital Punishment Hanging Pros must Appeal for Hanging for killers EJafri INSAF
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 17, 2016
उन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि गुलबर्ग सोसाइटी नरसंहार भारत के इतिहास का काला दिन बताते हुए कहा कि इस मामले में फांसी की सजा दी जानी चाहिए थी. 10 वर्ष की सजा पर्याप्त नहीं हैं. हैं.
If Gulberg massacre is darkest day in history of Civil society then Capital punishment must be given to Accused ,mere Life or 10 not enough
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 17, 2016
उन्होंने कहा “बड़े दोषियों को छोड़ना नहीं चाहिए. इस पर अपील की जानी चाहिए और साजिश के आरोप भी लगाए जाने चाहिए.”
#Gulberg society Massacre Big fish must not be allowed to go free Appeal must be made and Conspiracy charge should be added
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 17, 2016