बसपा संस्थापक कांशीराम की 10वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर अयोध्या के मंदिर -मस्जिद के सम्बन्ध में उच्चतम न्यायालय का फैसला आने पर उसे लागू किया जायेगा.
उन्होंने कहा, राज्य विधानसभा चुनाव बाद यदि उनकी सरकार बनी और अयोध्या के मंदिर-मस्जिद विवाद का फैसला आता है तो उच्चतम न्यायालय के निर्णय का अक्षरश: पालन किया जायेगा.
मायावती ने आगे कहा कि इस बार सत्ता में आने पर वह स्मारक व संग्रहालय नहीं बनावाएंगी. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विकास पर पूरा ध्यान देगी. दोबारा सत्ता में आने पर युवाओं को स्मार्ट फोन देने का वादा करने वाली सपा सरकार को जवाब देते हुए मायावती ने कहा कि उनकी सरकार लैपटॉप और स्मार्ट फोन की जगह लोगों की नगद देकर मदद करेंगी.
साथ ही उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को सर्वे और मीडिया से सावधान रहने की सलाह देते हुए कहा, देश के छोटे-बड़े अखबार, न्यूज चैनल और सर्वे एजेंसियों के मालिक बड़े-बड़े उद्योगपति हैं और उनकी सत्ता के लोगों से गठजोड़ है. ऐसे में बसपा के लोगों को इन सब से सावधान रहने की जरुरत है.