कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सरकार से मिडिल ईस्ट के देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने की मांग करते हुए कहा कि मिडिल ईस्ट में रह रहे भारतीयों के लिए ऐसी कोई योजना तैयार करे जिससे हमारे भाइयों और बहनों को फ्लाइट से उनके घर पर भेजा जा सके।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा , Covid-19 संकट और व्यवसायों के बंद किए जाने से मिडिल ईस्ट के देशों में हजारों भारतीय श्रमिक गहरी चिंता में हैं और घर लौटने के लिए बेताब हैं। सरकार को हमारे इन भाइयों और बहनों को घर लाने के लिए फ्लाइट की व्यवस्था कर इनकी मदद करनी चाहिए। इन्हें क्वारंटाइन की योजना भी तैयार की जानी चाहिए।’
The #Covid19 crisis & shutting of businesses in the Middle East have left thousands of Indian workers in deep distress & desperate to return home. The Govt must organise flights to bring home our brothers & sisters most in need of assistance, with quarantine plans in place.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 15, 2020
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया था कि भारत ने टेस्टिंग किट खरीदे जाने में देर की और अब यहां पर इसकी बहुत ज्यादा कमी है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके भारत फिलहाल सबसे गरीब अफ्रीकी देशों की कतार में खड़ा हो गया है।
India delayed the purchase of testing kits & is now critically short of them.
With just 149 tests per million Indians, we are now in the company of Laos (157), Niger (182) & Honduras (162).
Mass testing is the key to fighting the virus. At present we are nowhere in the game.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 14, 2020
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘भारत ने टेस्टिंग किट खरीदने में देर की और अब यहां इसकी भारी कमी है। हर दस लाख भारतीयों पर सिर्फ 149 टेस्ट के साथ, हम अब लाओस (157), नाइजर (182) और होंडुरास (162) के संग हैं। बड़े स्तर पर टेस्टिंग, वायरस से लड़ाई का समाधान है. वर्तमान में हम इस लड़ाई में कहीं नहीं हैं।”
बता दें कि लॉक डाउन के बीच अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को कुवैत अगले सप्ताह से भेजना शुरू कर देगा। सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने भारतीय दूतावास को इस बात की जानकारी भी दे दी है, जिसमे भारतीय समुदाय के पॉज़िटिव केसों की बड़ी संख्या भी शामिल है।