नई दिल्ली । दिल्ली से ख़ाली हो रही तीन राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन करने की तारीख़ नज़दीक है। इन तीनो ही सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की जीत पक्की है इसलिए पार्टी के सामने फ़िलहाल सबसे बड़ी चुनौती तीन उम्मीदवार तय करने की है। हालाँकि मीडिया में छन कर आ रही ख़बरों के अनुसार पार्टी के दिग्गज नेता संजय सिंह का नाम फ़ाइनल हो चुका है। जबकि दो बाहरी व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए भेजा जा रहा है।
हालाँकि अधिकारिक तौर पर अभी तक किसी के नाम पर भी मोहर नही लगी है। इसके लिए आज पार्टी की PAC मीटिंग बुलाई गयी है। बताया जा रहा है की इससे पहले अरविंद केजरीवाल सभी विधायकों के साथ बैठक करेंगे और राज्यसभा उम्मीदवारों के बारे में उनकी राय जानेंगे। इसी बीच पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास के बारे में ख़बर आ रही है की उनको राज्यसभा के लिए नज़रअन्दाज़ कर दिया गया है।
फ़िलहाल यह ख़बर इसलिए भी चौकाने वाली है क्योंकि कुमार का पार्टी में बड़ा क़द है। उनको पार्टी में तीसरे नम्बर का नेता माना जाता है। यही नही वह ख़ुद भी राज्यसभा जाने की इच्छा ज़ाहिर कर चुके है। लेकिन हाल फ़िलहाल में हुई कई घटनाओं से साफ़ ज़ाहिर है की पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उनसे ख़ुश नही है। कुमार कई बार सार्वजनिक मंचो से पार्टी की नीतियो की आलोचना कर चुके है। यही वजह है की उनको किनारे करने की कोशिश की जा रही है।
हालाँकि कई बार यह खींचतान बाहर भी आयी लेकिन उस समय इसको सम्भाल लिया गया। लेकिन राज्यसभा उम्मीदवारों के साथ ही यह कलह एक बार फिर सतह पर आ गयी है। यह तय है की पार्टी किसी भी हाल में कुमार को राज्यसभा नही भेजना चाहती लेकिन सोशल मीडिया से लेकर ज़मीन स्तर पर पार्टी के कई कार्यकर्ता कुमार के पक्ष में आवाज़ उठा रहे है।
इसी बीच कई दिग्गजों ने भी कुमार के समर्थन में ट्वीट किए है। इनमे प्रमुख इतिहासकार इरफ़ान हबीब ने ट्वीट कर लिखा,’राज्यसभा चुनाव के लिए कुमार विश्वास को आम आदमी पार्टी क्यों दरकिनार कर रही है? वे संस्थापक सदस्यों में से एक और मुखर हैं। चर्चा में आए दो अनजान नामों पर यदि सहमति बनती है, तो यह विनाशकारी हो सकता है।’ हबीब के अलावा अन्ना आंदोलन के चेहरे अरविंद ग़ौर ने भी कुमार के पक्ष में ट्वीट किया है।
लेकिन सबसे चौंकने वाला नाम रहा हार्दिक पटेल का। पाटिदार आरक्षण आंदोलन के अगवा रहे हार्दिक पटेल ने कुमार के समर्थन में ट्वीट कर लिखा,’ संसद में अगर कोई एक आदमी फर्जी राष्ट्रवादियों को चुप करा सकता है, तो वो डॉ. कुमार विश्वास हैं। पर पता नहीं आम आदमी पार्टी में किसे उनके कद से असुरक्षा है कि पार्टी और मौका दोनों को खत्म करने पर तुले हैं?’
संसद में अगर कोई एक आदमी फ़र्ज़ी राष्ट्रवादियों को चुप करा सकता हैं तो वो @DrKumarVishwas है पर पता नहीं @AamAadmiParty में किसे उनके क़द से असुरक्षा है कि पार्टी और मौक़ा दोनों को ख़त्म करने पर तुले हैं?
— Hardik Patel (@HardikPatel_) January 2, 2018
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन IAC के पहले दिन से @DrKumarVishwas जैसा मुखर वक़्ता, साहसी योद्धा और शानदार दोस्त @AamAadmiParty की ताक़त है. निजी नाराज़गी या कुंठा में उन्हें राज्यसभा न भेजना बेहद ग़लत होगा. अंहकार को आनेवाला कल नहीं दिख रहा क्या? @ArvindKejriwal @msisodia @AAPDelhi
— Arvind Gaur (@ArvindGaur) January 2, 2018
Why should AAP ignore @DrKumarVishwas for the RS nomination? He is one of its founding members and also the most articulate one. Will be disastrous if the two unknown names in circulation are approved instead.
— S lrfan Habib (@irfhabib) January 2, 2018