गुरुग्राम: पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के मुख्यालय में प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने के चलते विवादों में आए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी रविवार (2 सितंबर) को हरियाणा के भाजपा सरकार के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे।
इस कार्यक्रम में उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश सरकार में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और नरवीर सिंह के साथ उन्होने अपना मंच साझा किया। इस दौरान स्मार्ट ग्राम परियोजना के तहत कई प्रोजेक्ट के उद्घाटन किए गए। बताया जा रहा है कि हरियाणा में ‘प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन’ आरएसएस के साथ मिलकर काम कर रहा है।
दो दिन पहले खबर आई थी कि मुखर्जी ने इस इवेंट के लिए 15 सीनियर और जूनियर लेवल के आरएसएस कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया है। बताया गया था कि आरएसएस के सदस्यों ने उन्हें जमीनी स्तर पर हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया है।
हालांकि बाद में पूर्व राष्ट्रपति के कार्यालय की ओर से बयान जारी कर साफ कहा गया कि हरियाणा में प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन आरएसएस के साथ मिलकर काम नहीं कर रहा है और न ही आगे कोई योजना है। वर्ष 2016 में प्रणव मुखर्जी ने गुरुग्राम के हरचंदपुर और नयागांव को इस योजना के अंतर्गत गोद लिया था। इसके बाद से इस गांव में कई सुविधाएं दी गई। गांव को आदर्श गांव बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
इससे पहले प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में आरएसएस के कार्यक्रम में भाग लिया था। यहां उन्होंने अपने संबोधन में राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर विचार व्यक्त किए थे। उनके द्वारा इस कार्यक्रम में भाग लेने पर कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने उनकी आलोचना की थी। यहां तक कि प्रणब की बेटी शर्मिष्ठा भी इससे नाखुश थीं।