दिल्ली हिं’सा पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोगी अकाली दल ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि देश में सेकुलरिज्म, सोशलिज्म और डेमोक्रेसी नजर नहीं आ रही है। क्योंकि डेमोक्रेसी भी दो स्तर पर नजर आती है एक तो लोकसभा चुनाव और दूसरा राज्य के चुनाव में ।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि हमें अमन-शांति के साथ रहना बहुत आवश्यक है। हमारे देश के विधान में तीन चीजें लिखी हैं, जो सेकुलरिज्म, सोशलिज्म और डेमोक्रेसी। यहां ना तो सेकुलरिज्म है, ना ही सोशलिज्म है। अमीर, अमीर होता ही जा रहा है गरीब, गरीब होता ही जा रहा है।
Shiromani Akali Dal leader Parkash Singh Badal: #DelhiViolence is very unfortunate. There are three highlights of Constitution – secularism, socialism & democracy. But there is no socialism, secularism and democracy exists only on two levels – Parliamentary & state elections. pic.twitter.com/CUu5BXCkKb
— ANI (@ANI) February 28, 2020
इससे पहलेअकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने कहा कि मैं 1984 को फिर से होता हुआ नहीं देखना चाहता हूं। मुझे दिल्लीवाला होने पर गर्व है। पिछली बार ये सिख थे और इस बार ये मुसलमान हैं। दुर्भाग्य से हर बार अल्पसंख्यक समुदाय ही हम’ले की चपेट में है। 1984 में सिख विरोधी दं’गे हुए थे। उस दौरान कई हजारों लोगों की जान गई थी।
मेरी शिकायत पर भी नहीं हुई कार्रवाई
नरेश गुजराल ने अपने खत में लिखा, ‘मैंने फोन पर एक घर में फंसे 16 मुस्लिमों की जानकारी दी और ऑपरेटर को बताया कि मैं संसद सदस्य हूं। 11:43 बजे, मुझे दिल्ली पुलिस से पुष्टि मिली कि मेरी शिकायत संख्या 946603 के साथ प्राप्त हुई। हालांकि मुझे निराशा हुई जब मेरी शिकायत पर कोई कार्रवाई हुई और उन 16 व्यक्तियों को दिल्ली पुलिस से कोई सहायता नहीं मिली।’