राजस्थान में निकाय चुनाव के परिणाम आ चुके है। 20 जिले के 90 निकाय सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस ने 3,034 वार्डों में से 1,197 वार्डों में जीत हासिल की है। विपक्षी भाजपा ने 1,140, बसपा ने 1, माकपा ने 3, राकांपा ने 46, आरएलपी ने 13 वार्ड जबकि 634 निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीता।
निकाय चुनाव के नतीजे से खुश मुख्यमंत्री अशोक गहलोतने ट्वीट कर कहा कि आज आए 90 नगरीय निकाय के चुनावों के नतीजे सुखद हैं। कांग्रेस पार्टी के सभी विजयी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनायें। मतदाताओं का आभार तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं को उनकी मेहनत के लिये धन्यवाद और जीत की बधाई। परिणामों में मत प्रतिशत भी कांग्रेस का अधिक है और विजयी पार्षदों की संख्या भी कांग्रेस पार्टी की ज्यादा है, अधिकांश जगह कांग्रेस पार्टी के बोर्ड बनेंगे।
आज आए 90 नगरीय निकाय के चुनावों के नतीजे सुखद हैं। कांग्रेस पार्टी के सभी विजयी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनायें। मतदाताओं का आभार तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं को उनकी मेहनत के लिये धन्यवाद और जीत की बधाई। #Rajasthan
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 31, 2021
राजस्थान के 20 जिलों में गुरुवार को 90 नगर निकायों के लिए मतदान हुआ था। राजस्थान नगर निगम चुनाव 2021 के लिए अजमेर, बांसवाड़ा, बीकानेर, भीलवाड़ा, बूंदी, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, चुरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनू, नागौर, पाली, राजसमंद, सीकर, उदयपुर में मतदान हुआ। राजस्थान के 20 जिलों में 90 शहरी स्थानीय निकायों के लिए हुए मतदान की गिनती जारी है। 28 जनवरी को हुए मतदान में 76.52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था और 22.84 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
परिणामों में मत प्रतिशत भी कांग्रेस का अधिक है और विजयी पार्षदों की संख्या भी कांग्रेस पार्टी की ज्यादा है, अधिकांश जगह कांग्रेस पार्टी के बोर्ड बनेंगे।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 31, 2021
राजस्थान में निकाय चुनाव में जीत के बाद प्रभारी महासचिव अजय माकन ने ट्वीट किया। माकन ने लिखा, ‘राजस्थान से कांग्रेस के लिए अच्छी ख़बर! 90 शहरों में निकाय चुनाव के नतीजे आ गए हैं! भाजपा के गढ़ माने जाने वाले इन 90 शहरों में कांग्रेस 48 पर भाजपा से आगे! इसके अतिरिक्त 4 शहरों में निर्दलीय कांग्रेस के समर्थन में आए। 90 में से 52 नगर निकायों में बोर्ड बनने की सम्भावना!’