खुद के इस्तीफे के बाद खाली हुई गोरखपुर लोकसभा सीट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं बचा सके है. गोरखपुर की प्रतिष्ठित लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी के प्रवीन निषाद ने बीजेपी के उपेंद्र शुक्ला को हराकर अपने कब्जे में ली है. 21,881 वोटों के अंतर से निषाद ने जीत दर्ज की है.
1989 से ही यह सीट बीजेपी के ही कब्जे में रही है. पिछले पांच लोकसभा चुनाव योगी आदित्यनाथ जीतते आए हैं और उससे पहले इस सीट पर उनके गुरु अवैद्य नाथ इस सीट पर दो बार से सांसद थे. यानि 28 साल से यह सीट बीजेपी के पास थी. लेकिन अब हारने से बीजेपी का वर्चस्व यहाँ से खत्म हो जाएगा.
इस हार की सबसे ख़ास बात ये रही कि मुख्यमंत्री योगी ने जिस बूथ पर वोट डाला था, वहां भी भाजपा हार गई है. यहाँ बीजेपी को केवल 48 वोट ही मिले है. यहाँ पर सपा को मुस्लिम, यादव, दलित और निषादों के अच्छे वोट मिले हैं. वहीं उपचुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है.
कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सुरहीता करीम की जमानत जब्त हो गई है। उन्हें महज 18 हजार 844 वोट मिले हैं. सात और निर्दलीय प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई है.
प्रत्याशी पार्टी मिले वोट
प्रवीण कुमार निषाद सपा 4,56,437
उपेंद्र दत्त शुक्ला भाजपा 4,34,476
डॉ. सुरहीता करीम कांग्रेस 18,844
अवधेश निषाद निर्दलीय 2825
गिरीश नारायण पांडेय निर्दलीय 1678
नरेंद्र कुमार महंथा निर्दलीय 1717
मालती देवी निर्दलीय 2421
राधेश्याम सेहरा निर्दलीय 2003
विजय कुमार राव निर्दलीय 1818
सरवन कुमार निषाद निर्दलीय 3252