पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम द्वारा सरकार के नोटबंदी के फैसले को देश का सबसे बड़ा घोटाला बताने पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने पिछले 10 साल में भ्रष्टाचार या कालाधन के खिलाफ एक भी कदम नहीं उठाया.
उन्होंने कहा कि यूपीए शासन के दौरान भ्रष्टाचार, घोटाला चरम पर था, उनके शर्मनाक रिकार्ड को देखते हुए एनडीए के अभियान पर कांग्रेस की परेशानी से कोई अचंभा नहीं है. उन्होंने कहा वर्ष 2004-14 के बीच उच्च राशि की मुद्रा कुल मुद्रा का 36 प्रतिशत से बढ़कर 80 प्रतिशत पर पहुंच गयी, हमारी रणनीति कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ना है. अस्थायी दिक्कतों के बावजूद हम तेजी से नये नोटों को चलन में ला रहे हैं, रिजर्व बैंक आने वाले दिनों में बड़ी मात्रा में मुद्रा जारी करेगा.
अरुण जेटली ने कहा, ‘हमें इसके फायदे देखने की जरूरत है. फायदा यह है कि सिस्टम में जो पैसा लूज कैश के रूप में था, जिसपर टैक्स नहीं दिया जा रहा था वह बैंकिंग सिस्टम में आ गया. अब इसपर सरकार को टैक्स मिलेगा. उन्होंने आगे कहा,‘हमारी रणनीति उच्च नकदी वाली अर्थव्यवस्था से कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था बनने की है जहां कागजी मुद्रा कम होती है.’ नकद लेन-देन तो होगा लेकिन इसके साथ डिजिटल भुगतान अब बड़े पैमाने पर होगा.
जेटली ने दावा कि ऐसा होने से करप्शन, ब्लैक मनी और आतंकवाद के लिए इस्तेमाल होने वाले पैसे पर खुद-ब-खुद लगाम लग जाएगी.