अमर सिंह द्वारा एक के बाद एक लगाए जा रहे आरोपों को लेकर अब समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजम खान के लिए मोर्चा संभाला है। उन्होने गुरुवार को कहा कि भाजपा सरकार सपा के वरिष्ठ नेताओं के प्रति विद्वेषपूर्ण प्रचार कर उनकी छवि बिगाड़ने में लगी है।
आजम खां के कराए विकास कार्यों को सराहते हुए उन्होने कहा कि उनसे चिढ़ी हुई भाजपा बदले की भावना से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राजनीति में धर्मनिरपेक्ष छवि, कुंभ का कुशल संचालन कराने और जौहर विश्वविद्यालय जैसी संस्था की स्थापना से परेशान भाजपा आजम खां को बदनाम करने और राजनीतिक उत्पीडऩ करने की साजिश कर रही है।
उन्होने कहा समाजवादी शासनकाल में आजम खां को कुंभ के आयोजन की जिम्मेदारी दी गई थी, जिसकी प्रशंसा विदेश में भी हुई। धर्मनिरपेक्षता का इससे बड़ा और क्या प्रमाण हो सकता है। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि राजनीतिक विद्वेष के चलते आजम खां के जीवन को खतरा है। इसे देखते हुए उनको पर्याप्त सुरक्षा दी जाए और बदले की भावना से दर्ज एफआइआर को रद किया जाए।
अखिलेश ने कहा कि मी टू की आड़ में एक अभिनेत्री की ओर से धमकी भरी बात करना पूर्णतया आपत्तिजनक और अनर्गल है। आजम खान जैसे व्यक्ति के बारे में कोई गलत बात सोच भी नहीं सकता। उन्हें जेल भेजने की धमकी दी जा रही है।
उन्होने कहा, आजम खान ने कभी नफरत की राजनीति नहीं की है, ऐसी भाजपा को ही शोभा देती है। सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा की तमाम साजिशों का मुकाबला करने में सपा सक्षम है। जनता सपा के साथ है।