भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने जम्मू और कश्मीर में समर्थन वापस लेकर महबूबा सरकार गिराने पर पार्टी को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद भाजपा इस मुद्दे का इस्तेमाल देश में सांप्रदायिकता फैलाने के लिए करेगी।
‘न्यूज 18’ से बात करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि बीजेपी को जम्मू-कश्मीर के मसले पर सांप्रदायिकता और ध्रुवीकरण को हवा देने में मदद मिलेगी।’ यशवंत सिन्हा ने स्पष्ट किया कि बीजेपी-पीडीपी गठबंधन को टूटना ही था।
सिन्हा ने कहा, ‘गठबंधन बनने के साथ ही दोनों सहयोगी दल विपरीत दिशा में चलने लगे थे। बीजेपी को अपनी नीतियों का अनुसरण करना था तो पीडीपी को भी अपनी नीति पर चलना था। इस सबके बीच राज्य के शासन-प्रशासन को नुकसान हुआ। इस गठबंधन को असफल होना ही था।’
उन्होने बीजेपी पर महबूबा मुफ्ती के इस्तेमाल का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का इस्तेमाल किया और काम पूरा होने के बाद खुद से अलग कर दिया। भाजपा ने बिना किसी वादे को पूरा किए राज्य में तीन साल तक सत्ता का सुख पाया।
बीजेपी नेता ने कहा, महबूबा मुफ्ती जब तक मुख्यमंत्री थीं, सारे आरोप उन पर ही मढ़ दिए जाते थे। लेकिन, सरकार के गिरने और राज्य की मौजूदा स्थिति के लिए सिर्फ महबूबा पर आरोप लगाना उचित नहीं है।’