मध्य प्रदेश में बीजेपी की एक महिला विधायक ने विधानसभा में ही फुट-फुट कर रोते हुए अपनी ही पार्टी के एक मंत्री पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
रीवा जिले की सेमरिया निर्वाचन क्षेत्र से महिला विधायक नीलम अभय मिश्रा ने सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि रीवा जिले की पुलिस उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को झूठे केस में फंसाना चाहती है। नीलम ने कहा कि रीवा के पुलिस अधीकक्ष (एसपी) बीजेपी के ही शक्तिशाली नेता के इशारे पर काम कर रहे हैं।
नीलम ने कहा कि वह इस साल के अंत में होने वाला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह को कहा कि नीलम की शिकायत का जवाब दें। इस पर सिंह ने आश्वासन देते हुए कहा कि राज्य सरकार उन्हें सुरक्षा मुहैया करायेगी।
गृह मंत्री के आश्वासन से असंतुष्ट बीजेपी विधायक ने सदन के आसंदी के सामने जाकर धरना दे दिया। जिसमे उनका साथ कांग्रेस एवं बसपा के चार अन्य महिला विधायकों ने भी दिया। इस दौरान भारी हंगामा हो रहा था जिसके कारण अध्यक्ष ने 15 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रामनिवास रावत ने सरकार को घेरते हुए कहा, ‘‘भाजपा महिला विधायक आंसू बहा रहीं हैं। शर्म करो, शर्म करो।’’ इसके बाद कांग्रेस के तकरीबन सभी सदस्य आसंदी के पास जाकर खड़े हो गये और चिल्लाने लगे, ‘‘महिलाओं का सम्मान बचाओ।’’