नोट बंदी के दौर में बीजेपी ने खरीदी 248 बाइक्स, सपा ने उठाये सवाल

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नई दिल्ली | नोट बंदी के बाद पूरा देश कैश के लिए तरस रहा है. जिनके घरो में शादी है उनको दुनिया भर की मुसीबतों से दो चार होना पड़ रहा है. देश का हर तबका फिलहाल कैश की किल्लत झेल रहा है. लेकिन ऐसे दौर में भी बीजेपी , चुनाव में प्रचार प्रसार के लिए करोडो रूपए फूंक रही है. सवाल उठता है की आखिर बीजेपी इन सबका पेमेंट किस तरह कर रही है. सूत्रों के अनुसार , बहराइच में हुई मोदी की रैली के लिए फूल विदेशो से मंगवाए गए थे.

अब इन फूलो का पेमेंट कैश से हुआ या चेक से यह तो बीजेपी ही बता सकती है. दुसरे मामले में ,उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में बीजेपी द्वारा ,248 मोटर साइकिल खरीदने का मामला सामने आया है. गोरखपुर के खोराबार ब्लाक के जंगल सिकरी गाँव के एक प्लाट में 245 बाइक और 3 स्कूटर खड़े हुए है. इनमे से करीब 200 बाइक का रजिस्ट्रेशन बीजेपी के गोरखपुर कार्यलय के नाम हुआ है.

बीजेपी ने इन बाइक को आगामी चुनावो के लिए खरीदा है. पुरे गोरखपुर में प्रचार प्रसार के लिए इन बाइक का इस्तेमाल होगा. इतनी भारी संख्या में बाइक खरीदने के ऊपर अब सवाल भी उठने शुरू हो गए है. समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से सवाल किया है की उन्होंने इतनी बाइक क्यूँ और कैसे खरीद ली. पार्टी के पास इतना कैश कहाँ से आया. जब जनता 2-2 हजार के नोट के लिए तरस रही है, बीजेपी के पास भर भर कर पैसे कहाँ से आ रहे है.

बाइक खरीदने पर प्रतिक्रिया देते हुए , उत्‍तर प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी हरीश श्रीवास्‍तव ने कहा की चूँकि बाइक से आसानी से उन जगहों पर पहुंचा जा सकता है जहाँ गाड़िया नही जा सकती , और यह सस्ता साधन भी है , इसलिए बाइक को ख़रीदा गया है. सभी विधानसभाओं के तीन चार कार्यकर्ताओ को ये बाइक दी जायेगी. वो बाइक के जरिये सभी बूथों तक पहुँच पाएंगे.

एक बाइक की कीमत 37105 रूपए बतायी गयी है जबकि हर बाइक पर 2668 रूपए रजिस्ट्रेशन में खर्च हुए है. सभी बाइक का रजिस्ट्रेशन गोरखपुर आरटीओ में किया गया है. सभी बाइक सफ़ेद रंग की है और इन बाइक की टंकी की साइड में कमल के निशान का स्टीकर लगाया गया है. पुरे जिले की गाड़िया एक ही जगह उतार दी गयी है. फ़िलहाल सभी बाइक टेंट के नीचे खडी हुई है.

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