केंद्र सरकार द्वारा अब देश की जनता को नगदी उपलब्ध कराने के लिए बिग बाजार का सहारा लिया हैं. अब लोगों को बिग बाजार से डिबेट कार्ड के जरिए 2000 तक मिल सकेंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल नोटबंदी के बाद PayTM को लेकर पहले ही मोदी सरकार पर हमलावर थे. लेकिन अब इस फैसले ने केजरीवाल को एक और मौका दे दिया हैं. उन्होंने ट्वीट कर पूछा कि आखिर बिग बाजार को क्यों चुना, क्या डील हुई है मोदी जी. पहले रिलायंस, फिर पेटीएम और अब यह…
But why Big Bazar? Whats the deal Modi ji? First Reliance, then PayTM and now this. https://t.co/twaXcPGc4w
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 23, 2016
केजरीवाल के अलावा केंद्र के इस फैसले पर लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी ने भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह सब क्या हो रहा है. क्या इस प्राइवेट कंपनी को आरबीआई ने बैंकिंग का लाइसेंस दिया है. केवल इस प्राइवेट कंपनी को ही क्यों…
उन्होंने आगे कहा कि समस्या नोट लोगों तक पहुंचाने की नहीं है, समस्या मोदी सरकार की एटीएम और बैंकों तक पर्याप्त मात्रा में नोट पहुंचाने की है.
The problem is not of outlets dispensing notes. The problem is Modi govt's inability to provide adequate number of notes to banks/ ATMs.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) November 22, 2016
अपने तीसरे ट्वीट में येचुरी ने कहा कि प्राइवेट रिटेलर को नोट देने का तमाशा करने के बजाय मोदी सरकार को बैंक और एटीएम पर ज्यादा नोट उपलब्ध कराना चाहिए. खासतौर पर ग्रामीण इलाके में…
Instead of this tamasha of giving notes to a private retailer, Modi govt should give more notes to banks/ ATMs, especially in rural areas.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) November 22, 2016