‘बंटवारे के वक्त जो नफरत फैलाई गई थी वहीँ नफरत फिर से फैलाई जा रही हैं’

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने मोदी सरकार पर देश के लोगों के बीच ‘‘दूरियां पैदा’’ करने और घृणा फैलाने के आरोप लगाते हुए कहा कि जब विभाजन हुआ तो देश घृणा से जल रहा था..आज फिर से घृणा फैलाने के प्रयास किये जा रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि भले ही विभाजन जैसी स्थिति न हो किन्तु कुछ लोग उसी तरह की घृणा फैलाने की साजिश और कोशिश कर रहे हैं. विभाजन के प्रभाव कुछ दिन तक रहे थे किन्तु धीरे धीरे सब चीजें ठीक हो गयीं किन्तु आज सरकार अपनी कथनी एवं करनी से दूरियां (लोगों के बीच) बनाने का प्रयास कर रही है. यह देश के लिए अच्छा नहीं है.

कश्मीर के हालात पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि 50 दिन होने को हैं. कर्फ्यू अब 24 घंटे लागू है. घाटी में पेट्रोल पहुंच नहीं रहा और कश्मीर में परेशानियां आमजन की कमर तोड़ रही हैं. यही नहीं, उन्होंने कहा कि अगर हालात काबू नहीं किए गए तो 1947 के बंटवारे जैसे हालात हो सकते हैं.

उन्होंने आगे कहा, ’47 में बंटवारे की राजनीति हुई थी. बहुत लोग मरे थे. बेघर हुए थे. बर्बादी का आलम दिल दुखाने वाला नहीं भूकंप जैसा था. आज के दौर में जिस तरह से बांटने की राजनीति हो रही है, अगर उस पर काबू नहीं पाया गया तो हालात सन 1947 की त्रासदी जैसे हो सकते हैं.’

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