अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में नागरिकता कानून के खिलाफ स्पीच देने के मामले में मुंबई से गिरफ्तार गोरखपुर के डॉ. कफील खान के खिलाफ योगी सरकार ने रासुका यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की है।
इस कार्रवाई पर अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाया है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक डॉक्टर नहीं, बल्कि ‘ठोक देंगे’ जैसे बयान देने सीएम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
In UP, NSA has been repeatedly used by Yogi to target & persecute Dalits, Muslims & dissidents. A doctor is not a threat to national security. A CM saying “thok denge” & “boli nahi toh goli” is definitely a threat to national security#RepealNSA #ReleaseDrKafeel
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 14, 2020
उन्होने अपने ट्वीट में लिखा, ‘उत्तर प्रदेश में दलितों, मुस्लिमों और विरोधियों के खिलाफ योगी सरकार लगातार रासुका का इस्तेमाल कर रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक डॉक्टर खतरा नहीं है। एक मुख्यमंत्री जो ‘ठोक देंगे’ और ‘बोली नहीं तो गोली’ जैसे बयान देता है, वह पक्का राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।’
बता दें कि डॉ. कफील खान आज यानि शुक्रवार को जमानत पर रिहा होने वाले थे। दिसंबर महीने में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर योगेंद्र यादव के साथ डॉ. कफील ने एएमयू में भाषण दिया था। जिसके बाद उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी एसटीएफ) ने कफील को जनवरी में मुंबई से गिरफ्तार किया था।
इसी मामले में जमानत मिलने के बाद 10 फरवरी के बाद उनकी रिहाई की तैयारी थी। सुबह होते ही जब उनकी रिहाई की तैयारी की जा रही थी। तभी अलीगढ़ प्रशासन की तरफ से NSA की कार्रवाई का नोटिस मथुरा जिला कारागार को मिला। इसके बाद डॉ कफील की रिहाई को रोक दिया गया।
वहीं, डॉ कफील के भाई अदील अहमद खान ने बताया, ‘…जिस तरह से रिहाई में देर की जा रही थी, उससे हमें पहले से ही आशंका हो गई थी कि राज्य सरकार उन पर रासुका की कार्यवाही कर सकती है।’ उन्होने इस आदेश के खिलाफ अब उच्च न्यायालय जाने की बात कही।