शनिवार को राजस्थान के राजसमंद में सीएम वसुंधरा राजे की रथयात्रा की शुरुआत के साथ ही बीजेपी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। कांकरोली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने खुद रैली की। इस रैली से साफ हो गया कि इन चुनावों में बीजेपी के लिए बांग्लादेशियों का मुद्दा बड़ा हथियार होगा।
असम के एनआरसी मुद्दे को राजस्थान में उठाते हुए शाह ने कहा,’बांग्लादेशी घुसपैठियों को चिन्हित करने, उनकी जांच करने का काम भारतीय जनता पार्टी ने शुरू किया लेकिन कांग्रेस इसका विरोध कर रही है क्योंकि वह चाहती है कि उसका वोट बैंक बना रहे।’
शाह ने कहा, ‘यह देश की सुरक्षा का सवाल है कांग्रेस को इसमें वोट बैंक दिखाई पड़ता है। भाजपा की मोदी सरकार वोट बैंक के आधार पर नहीं चली। हमने एनआरसी का काम हाथ में लिया, सुप्रीम कोर्ट का आदेश है और हम न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए इन्हें चिन्हित करने का काम पूरा करके ही मानेंगे।’
उन्होंने कांग्रेस से कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी पर पार्टी अपना रुख स्पष्ट करे और बताए कि देश में बांग्लादेशी घुसपैठिए रहने चाहिए या नहीं तथा एनआरसी लागू होना चाहिए या नहीं। अमित शाह ने इस दौरान एनआरसी पर काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी जवाब मांगा।
शाह ने सवाल किया कि क्या हमारा सिटीजन रजिस्टर होना चाहिए? क्या अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को बाहर भेजना चाहिये या नहीं? हम कांग्रेस के रुख को जानना चाहते हैं। जब राहुल गांधी राजस्थान आएं तो पूछना। यह सवाल देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।