सपा के पूर्व नेता और राज्यसभा सदस्य अमर सिंह इन दिनों लगातार आजम खान को निशाना बनाए हुए है। रामपुर पहुंचे अमर सिंह ने कहा कि हिंदुत्व अभी बंटा हुआ है। हिंदुत्व अगर जाग गया तो आजम जैसे चरित्र के लोगों को रसगुल्ले की तरह लील जाएगा।
अमर सिंह ने ये भी कहा कि हिंदुत्व से उनका मतलब सिर्फ हिंदू नहीं है, बल्कि इसमें राष्ट्र भक्त मुसलमान भी शामिल हैं। अमर सिंह ने कहा कि वह मुसलमान विरोधी नहीं है, लेकिन वैसे लोगों का विरोध जरूर करते हैं जो रहते तो हिंदुस्तान में हैं, लेकिन बात पाकिस्तान की करते हैं।
उन्होने आजम खान पर निशाना साधते हुए कहा ‘लगता है बकरीद की कुर्बानी से आजम खान का पेट नहीं भरा है। मेरी कुर्बानी से मेरी मासूम बच्चियों की जान बचती है तो मैैं कुर्बान होने के लिए तैयार हूं।’ उन्होंने कहा ‘जब ये बयान दे चुके हैं, दंगे अच्छी चीज नहीं होती है, हिन्दू का खून है ना मुसलमान का खून है, ये दुश्मन हिन्द ये इंसान का खून है।’
हालांकि मुस्लिमों के खिलाफ विवादित नारों को लेकर अमर सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जमकर हंगामाभी हुआ। देखते ही देखते हालात और बेकाबू हो गए, नौबत मारपीट और तोड़फोड़ तक जा पहुंची। बताया जा रहा है कि कुछ मीडियाकर्मी भी आपस में भिड़ गए।
मुजफ्फरनगर के दंगे का जिक्र करते हुए अमर सिंह ने आरोप लगाया कि प्रभारी मंत्री रहते आपने (आजम खां) ने पुलिस पर आरोपी को बचाने के लिए दबाव बनाया। अमर सिंह ने कहा कि रेप करने वाले का कोई मजहब नहीं होता। दंगे में बहने वाला लहू न हिन्दू का होता है न मुसलमान का, वह इंसानियत का होता है। हिन्दू कोई धर्म नहीं बल्कि, यह सिंधु घाटी की सभ्यता है। हिन्दुत्व वह संस्कृति है, जिसमें राष्ट्रभक्त मौलाना कलाम, अब्दुल हमीद भी आते हैं।