राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आखिरकार सब्र टूट गया और उन्होने सचिन पायलट के खिलाफ अपने दिल की भड़ास निकाल ही ली। उन्होने आज कहा कि हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है।
सोमवार को अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी में पायलट के प्रति सम्मान में कोई कमी नहीं थी, लेकिन उन्होंने बहुत गंदा खेल खेला और भाजपा को खुश करने की साजिश रची। उन्होने कहा, एक शब्द किसी ने सचिन पायलट के खिलाफ नहीं बोला है। मैंने सभी से कहा कि पायलट का सम्मान करें। फिर भी उन्होंने पीठ में खंजर घोंप दिया। जो अब हुआ है ये पहले ही खेल होने वाला था।
उन्होंने कहा, ‘सचिन पायलट भाजपा के समर्थन से पिछले 6 महीने से षड्यंत्र रच रहे हैं। मुझपर कोई भरोसा नहीं करता था जब मैं कहता था कि सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है। कोई नहीं जानता था कि इतनी भोली सूरत वाला व्यक्ति ऐसा कुछ कर सकता है। मैं यहां सब्जी नहीं बेच रहा हूं। मैं मुख्यमंत्री हूं।’
#WATCH Sachin Pilot ne jis roop mein khel khela vo bahut durbhagyapurna hai. Kisiko yakeen nahi hota ki yeh vyakti aisa kar sakta hai…maasoom chehra, Hindi English par achchi command aur pure desh ki media ko impress kar rakha hai: Rajasthan CM pic.twitter.com/gv51qOe66n
— ANI (@ANI) July 20, 2020
गहलोत ने उनके वकीलों के खर्च पर भी सवाल उठाया और कहा, “हरीश साल्वे उनका केस लड़ रहे हैं, इतना पैसा कहां से आ रहा है? कॉरपोरेट हाउस के वकील रहे हैं। इनकी फीस 50 लाख रुपये होती है। वो लोग हैं ये। ये पैसा कौन दे रहा है? पायलट साहब पैसा दे रहे हैं? मोदी जी की खुश करने के लिए षडयंत्र हो रहा है। बड़ी साजिश हो रही है, कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए।”
सीएम गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सात साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कभी मांग नहीं हुई। हमें पता था कि यहां कुछ नहीं हो रहा है। हम जानते थे कि वह ‘निक्कमा’ और ‘नकारा’ है, फिर भी पार्टी हित को देखते हुए हमने कभी सवाल नहीं उठाया।’’