लखनऊ | पिछले एक महीने से उत्तर प्रदेश में चल रहा सियासी घमासान किस करवट बैठेगा इसका अंदाजा तो अभी किसी को नही है लेकिन प्रदेश में सियासी समीकरण बदलते जरुर दिख रहे है. समाजवादी पार्टी के अन्दर मची उथल पुथल से जहाँ विपक्षी खुश है वही पार्टी के अन्दर ही कुछ लोग अब पार्टी की वर्तमान गतिविधियों पर सवाल उठाने लगे है. इनमे से सबसे चौकाने वाला नाम शहरी विकास मंत्री आजम खान का है.
आजम खान ने पार्टी के अन्दर चल रही सियासत पर कटाक्ष करते हुए कहा है की कोई भी पार्टी मुसलमान को अपनी बपोती न समझे. मुस्लमान किसी भी अस्थिर राजनैतिक दल की और बिलकुल भी नही जाना चाहेगा. साफ़ है आजम खान का इशारा समाजवादी पार्टी की और है जो फ़िलहाल प्रदेश में सबसे अस्थिर दिखाई दे रही है.
आजम खान ने एक प्रेस नोट रिलीज़ करके कहा की इस समय प्रदेश और देश में चल रहे राजनैतिक क्रम में सबसे ज्यादा मुस्लमान परेशान है क्योकि उसको अपना भविष्य सबसे अंधकारमय दिखाई दे रहा है. समाजवादी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए आजम खान ने लिखा की खेद की बात यह है की किसी भी राजनितिक दल ने , बिना मुस्लमान का उत्थान किये उसको अपनी जागीर समझ रखा है.
आजम खान ने आगे कहा की की मुस्लमान कोई पानी का बुलबुला नही और न ही थाली का बैंगन जिसको जिधर चाहे लुड़का लो. मुसलमानों की हालातो पर पैनी नजर है , और अभी फैसला लेने में काफी समय है. हम यह सुनश्चित करना चाहेंगे की सूबे में बीजेपी की सरकार न बने. प्रदेश और देश का मुस्लमान लीडर और स्वयं मुस्लमान सेक्युलर हिन्दुओ के साथ चलना चाहता है. लेकिन न हम हारी हुई लड़ाई लड़ना चाहते है और न ही उस राजनैतिक दल के साथ चलना चाहते है जो अस्थिर हो.