500 और 1000 रु के नोटों को बंद करने की योजना, विदेशों में जमा ब्लैकमनी को वापस न लाने की नाकामी को ढकना?

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कांग्रेस ने 500 और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद करने के सरकार के ‘अचानक’ किए गए फैसले पर सवालिया निशान लगाते हुए पूछा कि क्या प्रधानमंत्री विदेश में जमा 80 लाख करोड़ रुपये काला धन लाने में उनकी ‘नाकामी’ को ढंकने के लिए ही इस योजना को लाए हैं ?

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी हमेशा काले धन के मुद्दे पर ‘अर्थपूर्ण, स्पष्ट और सटीक’ कदमों का समर्थन करेगी. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री विदेश में जमा 80 लाख करोड़ रुपये काला धन लाने में उनकी ‘नाकामी’ को ढंकने के लिए ही इस योजना को लाए हैं.

इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री के इस फैसले पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह कारोबारियों, छोटे व्यापारियों और गृहणियों के लिए बहुत समस्याएं पैदा करेगा. वहीँ माकपा ने कहा कि इस फैसले का मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों की वित्तीय स्थिति पर बड़ा असर होगा.

माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा कि हम हमेशा काले धन के मुद्दे के समर्थन में हैं, लेकिन इस मुद्दे पर ढाई साल की चुप्पी के बाद केंद्र ने अचानक 500 और 1000 रुपये के नोट हटाने का अचानक फैसला किया. यह बेहूदा है. यह फैसला छोटे कारोबारियों और मध्यम वर्ग पर बड़ा असर डालेगा.
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