ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। सिंधिया के इस कदम के बाद मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार का गिरना तय है। सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके खेमे के 22 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफे दे दिए हैं। इस्तीफे देने वाले 22 विधायकों में 6 मंत्री भी शामिल हैं।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 10, 2020
दूसरी और कांग्रेस पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सिंधिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते निष्कासित किया गया है। वेणुगोपाल ने ट्वीट कर बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है।
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बताया जा रहा है कि सिंधिया आज ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी राज्यसभा भेज सकती है और इस तरह उन्हें संसद सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार कर मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है। कमलनाथ सरकार को संकट में देख सोनिया गांधी ने आपात बैठक बुलाई है। हालांकि लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि लगता है कि मध्यप्रदेश में हमारी सरकार नहीं बच पाएगी।
चौधरी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को गद्दार करार देते हुए कहा कि, ‘पार्टी के खिलाफ जाकर गद्दारी करेंगे तो उन्हें एक्सपेल करना ही पड़ेगा। जो बीजेपी हमें खत्म करना चाहती है, उसे आप मजबूत करेंगे तो पार्टी को ऐक्शन लेना ही पड़ेगा।’ उन्होंने कहा, ‘मुश्किल हालात में पार्टी को छोड़कर जाना बेईमानी है। पार्टी का नुकसान तो जरूर होगा। लगता है कि मध्यप्रदेश में हमारी सरकार नहीं बच पाएगी। लेकिन बीजेपी की आज की राजनीति यही है कि विपक्ष जहां भी है, उसे तोड़ दो।’
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है ।
सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी,— Arun Yadav ?? (@MPArunYadav) March 10, 2020
वहीं कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कर कहा, ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है। सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी।’