लखनऊ. शुक्रवार को यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा बजट पेश किया. इस दौरान प्रदेश सरकार ने श्मशानों के लिए 100 करोड़ का बजट रखा. जिस पर विपक्ष ने सवाल खड़े कर दिए है.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार की घोषणाओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ‘यूपी सरकार का ये कैसा विडम्बनाकारी बजट आया है. बेरोजगारी से मरते युवाओं के जीवन के लिए स्वरोजगार के नाम पर केवल कुछ करोड़ और श्मशान के लिए 100 करोड़? आखिर सरकार कहना क्या चाहती है?’
यूपी सरकार का ये कैसा विडम्बनाकारी बजट आया है. बेरोजगारी से मरते युवाओं के जीवन के लिए स्वरोज़गार के नाम पर केवल कुछ करोड़ और श्मशानों के लिए 100 करोड़? आख़िर सरकार कहना क्या चाहती है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 16, 2018
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने लिखा, ‘नाउम्मीदगी से भरा है यूपी का नया बजट. न बेहाल किसानों के लिए कोई ठोस कदम, न बेरोजगार युवाओं के लिए कोई कारगर योजना. उद्योग-व्यापार के लोगों के हाथ भी बस निराशा हाथ लगी है. शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे जरू विषय भी उपेक्षित हुए हैं. कुल मिलाकर केंद्रीय बजट की तरह निराशाजनक है ये बजट.’
नाउम्मीदगी से भरा है यूपी का नया बजट. न बेहाल किसानों के लिए कोई ठोस कदम, न बेरोजगार युवाओं के लिए कोई कारगर योजना. उद्योग-व्यापार के लोगों के हाथ भी बस निराशा हाथ लगी है. शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे ज़रुरी विषय भी उपेक्षित हुए हैं. कुल मिलाकर केंद्रीय बजट की तरह निराशाजनक है ये बजट.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 16, 2018
वहीँ कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि सरकार के बजट से किसान और नौजवान निराश हैं,. आलू और गन्ना किसानों के लिये भी बजट में कोई विशेष पैकेज नहीं है. हर साल 14 लाख लोगों को रोजगार देने की बात भी बजट में नहीं दिख रही है.