भुवनेश्वर की थ्रो से घायल हुए अंपायर, खिलाडियों में मचा हडकंप

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मुंबई | पिछले कुछ सालो में क्रिकेट का काफी आधुनिकरण हो चूका है. अब खिलाडियों की सुरक्षा का काफी ख्याल रखा जाता है. इसके लिए खिलाडियों की सुरक्षा के लिए खास उपकरण भी बनने शुरू हो गए है. लेकिन एक शख्स अभी भी ऐसा है जिसकी सुरक्षा की चिंता कोई नही कर रहा है, न इनके लिए कोई सुरक्षा के उपकरण बनाए जाते है और न ही इसके बारे में सोचा जाता है.

जी हाँ , हम अंपायर की बात कर रहे है. खेल में अंपायर भी चोटिल होते है. बल्लेबाज के सामने खड़ा अंपायर कई बार सीधे शॉट पर बमुश्किल अपने आप को बचा पाता है. लेकिन क्या हो अगर खिलाडी थ्रो करते समय अंपायर को ही निशाना बना ले. कुछ ऐसा ही हुआ है , मुंबई टेस्ट मैच के दौरान. भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे इस मैच में भुवनेश्वर कुमार ने अंपायर को थ्रो मारकर चोटिल कर दिया.

मैच के 49वे ओवर में भारतीय गेंदबाज आर अश्विन ने मोईन अली को गेंद डाली. शोर्ट पिच गेंद को मोईन अली ने शोर्ट मिड विकेट की और खेल एक रन के लिए दौड़ लगा दी. भुवनेश्वर कुमार ने फील्डिंग कर थ्रो चेताश्वर पुजारा की और उछाली. लेकिन गेंद पुजारा की जगह अंपायर पॉल राफेल के सर पर जा लगी. हालांकि थ्रो काफी कमजोर थी जिसकी वजह से अंपायर को ज्यादा चोट नही लगी. लेकिन वो तुरंत नीचे गिर गए.

यह देखते ही सभी भारतीय खिलाडी अंपायर की और दौड़े. भारतीय खिलाडियों के चेहरे पर चिंता की लकीरे साफ़ देखी जा सकती थी. तुरंत फिजियो ने पॉल का इलाज किया. लेकिन पॉल ने कुछ देर के लिए मैदान छोड़ने की इच्छा जाहिर की तो उन्हें मैदान से बाहर ले जाया गया. इस दौरान काफी देर तक खेल रुका रहा. कुछ देर बाद खेल फिर शुरू हुआ, इस दौरान थर्ड अंपायर मरैस एरासमस ने अंपायरिंग की.

गौरतलब है की दो साल पहले ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर फिलिप ह्यूज के सर पर गेंद लगी थी. गेंद लगने से उनके सर पर इतनी गंभीर चोट लगी की वो तुरंत पिच पर गिर गए और इसके बाद कभी नही उठ सके. इस घटना ने क्रिकेट जगत को सदमे में डाल दिया. इसके बाद खिलाडियों की सुरक्षा के लिए काफी मंथन किया गया और हेल्मट बनाने वाली कंपनी को नए तरीके का हेल्मट बनाने का सर्कुलर जारी किया गया.

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