पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने जम्मू-कश्मीर में रविवार को सेना के आतंकरोधी अभियान के तहत मारे गए 12 लोगों को लेकर बयान दिया कि भारत के कब्जे वाले कश्मीर में दमनकारी सरकार द्वारा बेगुनाहों को गोली मारी जा रही है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘भारत के कब्जे वाले कश्मीर की स्थिति दुखद और चिंताजनक है। वहां दमनकारी सरकार द्वारा बेगुनाहों को गोली मारी जा रही है. इसका मकसद आत्मनिर्णय और आजादी की आवाज को कुचलना है. संयुक्त राष्ट्र और दूसरी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं कहां हैं. ये संस्थाएं खून-खराबा रोकने के लिए कोई कोशिश क्यों नहीं कर रही है?’
Appalling and worrisome situation ongoing in the Indian Occupied Kashmir.Innocents being shot down by oppressive regime to clamp voice of self determination & independence. Wonder where is the @UN & other int bodies & why aren't they making efforts to stop this bloodshed?
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) April 3, 2018
अफरीदी के इस बयान का जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने समर्थन किया है. उन्होंने कहा, कश्मीर में हो रही हत्याओं की हर किसी ने निंदा की है. सभी देश भी इसकी निंदा कर रहे हैं. यह (हत्या) हर हाल में रुकनी चाहिए.’
सेना के आतंकरोधी अभियान के तहत मारे गए लोगों के बारे में फारूक ने कहा, ‘ये लोग (सुरक्षाबल) बेगुनाहों को मार रहे हैं…उन लोगों को भी मारा जा रहा है जो आतंकी नहीं हैं.’