नई दिल्ली | पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चाहे कम बोलने के लिए ही क्यूँ न प्रसिद्ध रहे हो लेकिन आज वो राज्यसभा में खूब बोले और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने नोट बंदी के नफा और नुक्सान पर अपने विचार संसद में रखे. इस दौरान संसद में प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद रहे. हालांकि लोकसभा में आज भी कोई चर्चा नही हो सकी और लोकसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
गुरुवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राज्यसभा में बोलना चाहते थे लेकिन विपक्ष और सत्ता पक्ष के लगातार हंगाम करने की वजह से वो नही बोल पाए. एक घंट बाद जब राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो मनमोहन सिंह को बोलने का मौका मिला. मनमोहन सिंह ने कहा की नोट बंदी के बाद आप लोगो से 50 दिन मांगते है. गरीबो के लिए 50 दिन बहुत पीड़ादायक होने वाले है.
मनमोहन सिंह ने आगे कहा की नोट बंदी से देश की अर्थव्यवस्था को धक्का लगेगा. सरकार के इस कदम से जीडीपी में दो फीसदी तक की गिरावट आ सकती है. इससे गरीब , किसान और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. सरकार रोज नियम बदल रही है जिससे जनता का करेंसी और सरकार से विश्वास उठ जाएगा. अगर कोई इसे अच्छा कदम बता रहा है तो उसे एक बार जरुर सोचना चाहिए.
मनमोहन सिंह ने लोगो को हो रही परेशानी पर बोलते हुए कहा की अगर आपको नोट बंदी करनी थी तो बेहद मजबूत तंत्र के साथ आपको यह लागू करना था. मनमोहन सिंह ने मोदी से पुछा की क्या आप मुझे किसी ऐसे देश का नाम बता सकते है जहाँ अपने ही पैसे निकालने से रोका जा रहा हो. मैं उम्मीद करता हूँ की मोदी जी लोगो की परेशानियों को देखते हुए कुछ व्यावहारिक कदम उठायेंग.