निज़ामुद्दीन मरकज मामले के सामने आने के बाद देश भर में तबलीगी जमात के खिलाफ फर्जी खबरों की बाढ़ सी आ गई। इन फर्जी खबरों को प्रसारित करने में बड़े-बड़े मीडिया हाउस भी पीछे नहीं रहे। ऐसे में अब इन्हे माफी मांगनी पड़ रही है।
ताजा मामला Zee News से जुड़ा है। दरअसल, ज़ी न्यूज़ ने हाल ही में खबर चलाई थी कि इस पूर्वोत्तर राज्य में 11 कोरोनो वायरस से संक्रमित रोगी पाए गए हैं, जिन्होंने पिछले महीने दिल्ली के निज़ामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। हालांकि ये खबर झूठी निकली।
जिसके बाद अरुणाचल प्रदेश की IPR ने Zee News की खबर का खंडन करते हुए ट्विटर पर लिखा, “ये स्पष्ट किया जाता है कि अरुणाचल प्रदेश में अबतक सिर्फ एक मरीज़ COVID-19 पॉजिटिव पाया गया है। ज़ी न्यूज़ द्वारा की गई रिपोर्टिंग गलत है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।”
This is to clarify that Arunachal Pradesh has got only 1 COVID-19 positive case till date.
The reporting by Zeenews is false and does not carry any authenticity. pic.twitter.com/d74hBGDWbd— ARUNACHAL IPR (@ArunachalDIPR) April 9, 2020
IPR अरुणाचल प्रदेश द्वारा इस खबर का खंडन किए जाने के बाद ज़ी न्यूज़ ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए कहा कि चैनल पर अरुणाचल प्रदेश में तब्लीगी जमात के 11 लोगों के संक्रमित होने की खबर दिखाना एक मानवीय भूल थी। इस गलती का हमें खेद है।
ट्विट को डिलीट कराया जा चुका है ।
— Firozabad Police (@firozabadpolice) April 6, 2020
इससे पहले 6 अप्रैल को दोपहर साढ़े चार बजे के करीब ज़ी न्यूज़ के ही ज़ी उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट होता है। ट्वीट में एक ख़बर होती है, जिसकी हेडलाइन है फिरोजाबाद में 4 तबलीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव, इन्हें लेने पहुंची मेडिकल टीम पर हुआ प’थरा’व। इतना ही नहीं इस ट्वीट में बाकायदा यूपी पुलिस और फिरोजबाद पुलिस को भी मेंशन किया था।
लेकिन जब मेंशन हुए ट्वीट पर कॉमेंट भी आया। फिरोजाबाद पुलिस ने फटकार लगते हुए लिखा आपके द्वारा अ’सत्य एवं भ्रा’मक खबरें फैलाई जा रही हैं। जबकि जनपद फिरोजाबाद में न तो किसी मेडिकल टीम एवं न ही एंबुलेंस गाड़ी पर किसी तरह का प’थरा’व किया गया है। आप अपने द्वारा किए गए ट्वीट को तत्काल डिलीट करें।